रायपुर। विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को सदन में कांग्रेस की महिला विधायकों ने आंगनबाड़ी केंद्रों में रेडी-टू-ईट का वितरण का सुचारू रूप से नहीं किए जाने पर महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े को घेरा। इस पर मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
कांग्रेस विधायक अनिल भेड़िया, सावित्री मंडावी व संगीता सिन्हा ने आंगनबाड़ी केंद्रों में रेडी-टू-ईट वितरण का सुचारू रूप से संचालन नहीं किए जाने पर महिला बाल विकास मंत्री का ध्यान आकर्षित कराया। अनिला भेड़िया ने सवाल उठाया कि कुछ की जानकारी हुई है, बाकी जिलों का नहीं. इस तरह की शिकायत क्यों आई, और क्यों आपूर्ति हुई पोषण आहार में अनुरोध क्यों?
इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि मैं मानती हूं कि कुछ जिलों में टेक्निकल इश्यू की वजह से रेडी टू ईट फूड सप्लाई नहीं हुआ था। अभी के समय में आपूर्ति कर दी गई है। इस पर सवाल किया कि टेक्निकल प्रॉब्लम क्या थी? मंत्री ने बताया कि थोड़ा बहुत विलंब होता है उसको पूरा कर दिया गया है।
इस पर विधायक सावित्री मंडावी ने कहा कि जितना भी पोषण के लिए आहार आए हैं, उसमें फफूंद लगा हुआ है। इसके लिए क्या अधिकारी पर कार्यवाही करेंगे। मंत्री ने बताया कि कोई भी इसमें दोषी होगा, तो उसपर कार्यवाही की जाएगी। वहीं कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा ने सवाल किया रेडी-टू-ईट फूड बन करने से बच्चे और महिलाएं प्रभावित हो रही हैं. कांग्रेस सरकार में सुपोषण सफल रहा है, लेकिन भाजपा को सरकार में बच्चे और महिलाएं कुपोषित होने लगे हैं। प्रदेश में सुपोषण की स्थिति की जांच कराएंगे क्या? इस पर मंत्री ने बताया कि कुछ समय के लिए ये परेशानी आई थी, लेकिन अब फूड समय पर पहुंचा दिया जा रहा है। भुगतान हुआ है, तब रेडी टू ईट फूड आया है।
अनिला भेड़िया ने कहा कि आप के लोग ही चिल्ला रहे थे कि महिलाओं के अधिकार को छीना गया है। इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि मुझे आपने कुपोषित कह दिया है, लेकिन इससे तो यह साबित होता है कि पिछले 5 सालों में आपने कुछ ज्यादा ही खा लिया। इसे फिटनेस कहते हैं। सदन में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के इस व्यक्तव्य से जोरदार ठहाके लगे। मंत्री ने कहा कि जल्द ही बाकी के फूड की सप्लाई भी करा दी जाएगी, लेकिन मंत्री के जवाब से विपक्षी सदस्य संतुष्ट नहीं हुए और नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।