0 पेंड्रा में बारिश से कच्चा घर गिरा, पति-पत्नी की मौत, 8 साल का बच्चा घायल
रायपुर/दुर्ग/गरियाबंद/बिलासपुर/मनेंद्रगढ़/अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ में बारिश के चलते पेंड्रा में कच्चा मकान भरभराकर गिर गया। हादसे में पति-पत्नी की मौके पर मौत हो गई। हादसे में 8 साल का बच्चा भी घायल हुआ है। वहीं, बारिश के चलते बलरामपुर जिले के कुसमी ब्लॉक के करचा गांव में बनी पुलिया धंस गई है। यह सड़क चांदो मुख्य मार्ग से झारखंड को जोड़ती है। पुलिया टूटने से आसपास के कई गांवों के लोगों की आवाजाही पर असर पड़ा है।
प्रदेश में रविवार से भारी बारिश की गतिविधियों के कम होने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक आज और कल ज्यादातर जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। शनिवार को रायपुर समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई। प्रदेश में 1 जून से अब तक 673 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 11% ज्यादा है।
प्रदेश में 1 जून से शुरू हुए मानसून सीजन के 64 दिनों में 673 मिमी पानी गिर चुका है। यह सीजनल औसत का 59 प्रतिशत है। बचे हुए 58 दिनों में 466.4 मिमी पानी की जरूरत है। इतना पानी बरस गया तो छत्तीसगढ़ में मानसून का कोटा पूरा हो जाएगा। वहीं, प्रदेश के बांध भी लगभग फुल हैं। इनसे रोजाना पानी छोड़ा जा रहा है।
पति-पत्नी की मौत, 8 साल का बेटा घायल
बारिश के चलते पेंड्रा में कच्चा मकान भरभराकर गिर गया। हादसे में पति-पत्नी की मौके पर मौत हो गई। हादसे में 8 साल का बच्चा भी घायल हुआ है। जानकारी के मुताबिक पूरा परिवार सो रहा था। इस दौरान काफी तेज बारिश हो रही थी। मकान कच्चा था इसलिए बारिश झेल नहीं पाया और गिर गया। हादसे में दिनेश वाकरे (45 वर्ष) और पत्नी शारदा बाई (35 वर्ष) की मलबे में दबने से मौत हो गई।वहीं, उनका 8 साल का बेटा घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मनेंद्रगढ़ में उफान पर बनास नदी
मनेंद्रगढ़ में लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। बनास नदी के पुल के ऊपर से पानी निकल रहा है। इसके चलते जनकपुर-कोटाडोल मुख्य मार्ग बंद है। नदी के एक ओर एंबुलेंस फंस गई है। बनास, पतले और गोहरारी तीनों पुलों के ऊपर से पानी ओवर फ्लो हो रहा है। पानी के कारण नदी के एक ओर तहसीलदार मनहरण राठिया को लौटना पड़ा।
ओवर फ्लो होने वाला है तांदुला डैम
छत्तीसगढ़ में हो रही भारी बारिश से बालोद का तांदुला जलाशय ओवर फ्लो होने वाला है। ये डैम लोगों की प्यास बुझाने के साथ ही पर्यटन के नजरिए से भी अहम है। भरने के बाद डैम काफी खूबसूरत दिख रहा है। बड़ी संख्या में लोग भी यहां पहुंच रहे हैं। ऐसे में कोई हादसा न हो इसके लिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
सिकासेर डैम करीब 92 फीसदी भरा
गरियाबंद का सिकासेर डैम जुलाई में हुई बारिश से 91.81 प्रतिशत तक भर चुका है। इससे पहले डैम में महज 20 फीसदी पानी था। सिंचाई विभाग के ईई एस के बर्मन ने बताया कि 90 फीसदी तक भराव बना रहे, इसके लिए 2000 क्यूसेक की स्पीड से रोजाना पानी छोड़ा जा रहा है। इससे बिजली उत्पादन भी बढ़ा है।
दुर्ग में नाली जाम होने से जल भराव
दुर्ग जिले के भिलाई शहर में शनिवार सुबह झमाझम बारिश हुई। महज एक से डेढ़ घंटे की बारिश ने शहर को तरबतर कर दिया। बारिश ने भिलाई नगर निगम की अव्यवस्था और साफ-सफाई की पोल भी खोलकर रख दी। खुर्सीपार, सुपेला, कोहका और कई अन्य इलाकों में नालियां जाम होने से पानी सड़क तक आ गया।
जुलाई में औसत से 27 फीसदी ज्यादा पानी गिरा
प्रदेश में 8 जून को मानसून आने के बाद भी करीब 15 दिन कमजोर रहा। 24 जून के बाद सिस्टम सक्रिय हुआ। इसके बाद भी बहुत अच्छी बारिश नहीं हुई। 30 जून तक महज 136.3 मिमी पानी गिरा था। यह औसत से 30 फीसदी कम था। बारिश के लिहाज से जुलाई की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही। पहले पखवाड़े में कम पानी गिरा। दूसरे पखवाड़े के 18 जुलाई से मौसम की गतिविधियां शुरू हुईं। इसके बाद अच्छी बारिश हुई। जुलाई के औसत 375.4 मिमी की तुलना में इस साल 478.1 मिमी पानी गिरा। महीने के औसत से करीब 27 फीसदी ज्यादा पानी गिरा। इस बारिश ने जून और जुलाई के पहले पखवाड़े की कमी पूरी कर दी।
अगस्त में अच्छी बारिश के आसार
प्रदेश में जुलाई के बाद अगस्त में ही सबसे ज्यादा बारिश होती है। मौसम विज्ञानियों को उम्मीद है कि इस महीने तीन से साढ़े तीन सौ मिलीमीटर बारिश हो जानी चाहिए। इससे सितंबर में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ेगी। 175 से 200 मिमी पानी गिर जाता है, तो मानसून सीजन का कोटा पूरा हो जाएगा।
द्रोणिका-चक्रवात के असर से वर्षा
मौसम विज्ञानी डॉ गायत्री वाणी कांचिभ के मुताबिक अगले कुछ दिन अच्छी बारिश की संभावना है। एक मानसून द्रोणिका गंगानगर, रोहतक, हरदोई, वाराणसी, डेहरी, बांकुरा से बंगाल की खाड़ी तक है। पश्चिम बंगाल और आसपास एक चक्रवात है। सिस्टम के असर से अगले कुछ दिनों तक अच्छी बारिश होगी।