0 10 दिनों की मिली कस्टोडियल रिमांड
रायपुर। छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला केस में जेल में बंद पूर्व सीएम की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया को आय से अधिक संपत्ति के मामले में एसीबी ने गिरफ्तार किया। इसके बाद शुक्रवार को रायपुर में विशेष न्यायाधीश निधि शर्मा की अदालत में पेश किया। कोर्ट ने सौम्या चौरासिया को 10 दिनों के एसीबी के कस्टोडियल रिमांड पर भेज दिया है।
दरअसल, 2 जुलाई 2024 में को निलंबित आईएएस अधिकारी रानू साहू और समीर विश्नोई के साथ-साथ राज्य सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया के खिलाफ 3 नई एफआईआर दर्ज की थी। सौम्या पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। अब एसीबी की टीम इसी केस में पूछताछ करेगी।
मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने गिरफ्तार किया था
पिछली कांग्रेस सरकार में ताकतवर और प्रभावशाली अफसर रहीं सौम्या चौरसिया पूर्व सीएम भूपेश बघेल की डिप्टी सेक्रेटरी भी रह चुकी हैं। उन्हें कोयला घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने 2 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वे सेंट्रल जेल रायपुर में बंद हैं।
सौम्या चौरसिया पर क्या है आरोप ?
छत्तीसगढ़ में कथित कोयला घोटाले में 500 करोड़ रुपए की अवैध उगाही को लेकर जांच शुरू की थी, जिसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया था। वसूली के लिए नियमों में बदलाव किया गया था। इस लेवी से हासिल राशि से चल-अचल संपत्तियां अर्जित की गईं, जिनमें कई बेनामी भी हैं। एजेंसी इस मामले में सूर्यकांत तिवारी, कोल वॉशरी संचालक सुनील अग्रवाल, आईएएस समीर बिश्नोई, आईएएस रानू साहू, सौम्या चौरसिया समेत अन्य को अलग-अलग तारीखों पर गिरफ्तार किया था। आरोप है कि ये स्कैम करीब 500 करोड़ रुपए का था।