0 कांग्रेस मुख्यालय से शुरू होगी अंतिम यात्रा
0 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डा़ॅ मनमोहन सिंह के निधन पर केंद्र सरकार ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। पूर्व पीएम डॉ. सिंह अंतिम संस्कार शनिवार को निगमबोध घाट पर किया जाएगा। इससे पहले उनका पार्थिव शरीर सुबह अंतिम दर्शन के लिए कांग्रेस मुख्यालय में रखा जाएगा। डा़ॅ सिंह का पार्थिव शरीर सुबह 9.30 बजे अंतिम यात्रा पर रवाना होगा।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर शुक्रवार को एक पोस्ट में कहा कि पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह जी का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए आज उनके आवास 3, मोतीलाल नेहरू रोड, नई दिल्ली में रखा गया है। कल, 28 दिसंबर को सुबह आठ बजे, उनके पार्थिव शरीर को एआईसीसी मुख्यालय ले जाया जाएगा और जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कल सुबह 8.30 से 9.30 बजे के बीच उन्हें श्रद्धांजलि देने का अवसर मिलेगा।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि डॉ. सिंह की अंतिम यात्रा कल सुबह 9.30 बजे एआईसीसी मुख्यालय से श्मशान घाट तक शुरू होगी।
डॉ. सिंह का गुरुवार रात एम्स में निधन हो गया था। दिवंगत नेता का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके सम्मान में 01 जनवरी 2025 तक सात दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है। इस शोक अवधि के दौरान पूरे भारत में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। विदेश स्थित सभी भारतीय मिशनों/उच्चायोगों में भी राष्ट्रीय ध्वज 01 जनवरी 2025 तक सात दिनों के लिए आधा झुका रहेगा। डा़ॅ सिंह के अंतिम संस्कार के दिन सभी केंद्रीय सरकारी कार्यालयों और केन्द्र सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों में आधे दिन की छुट्टी घोषित की गयी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उनके आवास पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को यहां पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृति में दो मिनट का मौन रख कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
कांग्रेस कार्य समिति ने शोक प्रस्ताव पारित कर मनमोहन को श्रद्धांजलि
कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कांग्रेस कार्य समिति ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शुक्रवार को कहा कि आर्थिक विकास के उन्होंने जो प्रतिमान स्थापित किए हैं पार्टी उन्हें आगे बढ़ाने के लिए काम करेगी। कार्य समिति ने पूर्व प्रधानमंत्री के आर्थिक विकास के कार्यों को आगे बढ़ने का संकल्प लेते हुए कहा कि डॉ सिंह का नेतृत्व और आर्थिक क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और आर्थिक प्रगति तथा समृद्धि के लिए उनका योगदान हमेशा प्रेरक बना रहेगा। डॉ सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, महासचिव कैसी वेणुगोपाल सहित पार्टी के कई प्रमुख नेता मौजूद थे।
कांग्रेस कार्य समिति ने डॉ सिंह के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित करते हुए कहा “डॉ सिंह के जीवन और कार्यों ने भारत के भविष्य को दिशा दिखायी। वह भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में एक विशाल व्यक्तित्व थे। डॉ सिंह ने 1990 के दशक के प्रारंभ में वित्त मंत्री के रूप में भारत के आर्थिक उदारीकरण के शिल्पकार थे। अपनी अद्वितीय दूरदृष्टि के साथ, उन्होंने ऐसे सुधारों की शुरुआत की जिन्होंने न केवल देश को भुगतान संकट से उबारा, बल्कि वैश्विक बाजारों के लिए द्वार खोले। उनके द्वारा किए गए विनियमन, निजीकरण और विदेशी निवेश को बढ़ावा देने वाले नीतिगत कदमों ने भारत के तेज़ी से विकास की नींव रखी। उनके नेतृत्व में, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया, जो उनकी प्रतिभा और दृष्टिकोण का प्रमाण है।”
पार्टी ने प्रधानमंत्री के रूप में भी उनके कार्यों को याद किया और कहा "भारत के 13वें प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह ने देश का नेतृत्व शांति, दृढ़ संकल्प और असाधारण बुद्धिमत्ता के साथ किया। उनका कार्यकाल निरंतर आर्थिक वृद्धि, वैश्विक पहचान और सामाजिक प्रगति से चिह्नित था। उन्होंने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान भारत को इस संकट से बचाने के लिए रणनीतिक उपाय किए। उनके नेतृत्व में मनरेगा, शिक्षा का अधिकार, खाद्य सुरक्षा जैसे कई कदम उठाए गए। उनका दृष्टिकोण और कार्यकाल एक ऐसे सहानुभूतिशील, सुधारक नेता के रूप में इतिहास में अंकित रहेगा जिन्होंने स्थिरता और विकास को प्राथमिकता दी।राजनीतिक नेता के रूप में अपने योगदान के अलावा, डॉ. सिंह एक सम्मानित शिक्षाविद् भी थे, जिनकी अर्थशास्त्र के क्षेत्र में करियर ने भारत की नीतियों और दिशा को आकार दिया।
कांग्रेस ने कहा “कांग्रेस कार्य समिति डॉ. मनमोहन सिंह की याद को सम्मानित करने, उनके स्थायी योगदान को आगे बढ़ाने का संकल्प लेती है। उनका आर्थिक सुधार, सामाजिक न्याय और समावेशी विकास का दृष्टिकोण हमें हमेशा प्रेरित करेगा और हमारा मार्गदर्शन करेगा। हम उनके मूल्यों को बनाए रखते हुए एक समृद्ध और एकजुट भारत बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लेते हैं, जैसा कि उन्होंने कल्पना की थी। एक अर्थशास्त्री के रूप में उनके विद्वतापूर्ण कार्य और संयुक्त राष्ट्र और भारतीय रिजर्व बैंक जैसी संस्थाओं में उनके योगदान ने उन आर्थिक सुधारों की नींव रखी, जिन्हें उन्होंने बाद में एक नीति निर्माता के रूप में बढ़ावा दिया। डॉ. सिंह की गहरी अर्थशास्त्र की समझ और शिक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने अनगिनत छात्रों, विद्वानों और नीति निर्माताओं को प्रेरित किया।
इतिहास विनम्रता, अथाह ज्ञान के लिए मनमोहन को हमेशा रखेगा याद : कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा है कि इतिहास मेंनयी दिल्ली, को उनके गरिमामय आचरण, सार्वजनिक सेवा में उनकी प्रतिबद्धता, अथाह ज्ञान और विनम्रता के लिए हमेशा याद किया जाएगा। कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने अधिकारिक एक्स पेज पर ट्वीट किया और कहा "डॉ सिंह अपने पीछे आर्थिक सुधारों, राजनीतिक स्थिरता और प्रत्येक भारतीय के जीवन के उत्थान के लिए समर्पण की विरासत छोड़ गए हैं। पहले एक टेक्नोक्रेट के रूप में और फिर भारत के प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल सामाजिक कल्याण पर ध्यान देने के साथ आर्थिक समृद्धि और विश्व मानचित्र पर भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए याद किया जाएगा।
पार्टी ने कहा "अपने शांत लेकिन असरदार नेतृत्व के लिए विख्यात, वह एक सिद्धांतवादी व्यक्ति थे, जिन्होंने देश के कल्याण के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ कठोर निर्णय लिए। एक नेता के रूप में डॉ. सिंह के फैसले भारतीय समाज के हर पहलू पर गहराई से छाप छोड़ गए हैं।"
कांग्रेस ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा "राजनीतिक सहयोगियों, विरोधियों और विश्व नेताओं से उन्होंने जो विश्वास और सम्मान अर्जित किया, वह उनके गहरे प्रभाव का प्रमाण है। एक राजनेता, एक विद्वान, एक नेता, एक दूरदर्शी - भारत के सबसे गौरवान्वित पुत्रों में से एक... आपका जाना बेहद दुखद है, आपकी बहुत याद आएगी।