
0 घर से मिला डेढ़ लाख कैश और आईईडी
0 पोलिंग-पार्टी पर हमले में एक जवान हुआ था शहीद
गरियाबंद/धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी और गरियाबंद जिले में एनआईए की टीम ने 11 अलग-अलग लोगों के घरों में छापा मारा है। ये सभी एक साल पहले पोलिंग पार्टी पर हमला करने की घटना के संदिग्ध हैं। इनके घरों से एनआईए ने करीब डेढ़ लाख रुपए कैश समेत आईईडी, नक्सल साहित्य, मोबाइल फोन समेत अन्य डॉक्यूमेंट बरामद किए हैं।
27 दिसंबर को एनआईए ने एक प्रेस रिलीज जारी की थी, जिसमें बताया था कि छत्तीसगढ़ के गरियाबंद और धमतरी जिले के अंदरूनी और नक्सल प्रभावित इलाके सेमरा, मैनपुर, केराबहरा, घोरागांव समेत कुल 11 संदिग्ध लोगों के अलग-अलग ठिकाने पर रेड की गई।
हमले के पीछे मैनपुर-नुआपाड़ा डिवीजन का था हाथः एनआईए
जांच में पता चला कि, आईईडी ब्लास्ट के पीछे नक्सलियों के मैनपुर-नुआपाड़ा डिवीजन का हाथ था। साल 2023 में विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान के बाद बड़ेगोबरा में पोलिंग पार्टी पर ब्लास्ट कर हमला किया था, जिसमें आईटीबीपी का एक हेड कॉन्स्टेबल शहीद हो गया था।
11 संदिग्धों के ठिकानों पर तलाशी
एनआईए ने 11 संदिग्धों के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया। गरियाबंद और धमतरी जिले के जिन ठिकानों पर एनआईए ने छापेमारी की है, उनमें नक्सल प्रभावित क्षेत्र रावन डिग्गी, सेमरा, मैनपुर, घोरागांव, केराबाहरा और गरियाबंद शामिल हैं। इन इलाकों में 11 संदिग्धों के कई ठिकानों पर तलाशी ली गई। जांच के आधार पर, एनआईए टीम का मानना है कि संदिग्ध लोग प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) आतंकवादी संगठन के मैनपुर-नुआपाड़ा डिवीजन के समर्थक और ओवर ग्राउंड वर्कर थे।
10 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर
वहीं एनआईए के अफसरों का कहना है कि जिन संदिग्ध लोगों के घरों की तलाशी ली गई है उनके घर से अलग-अलग दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अब तक 10 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र भी दायर किया जा चुका है।