0 नाम वापसी के बाद अब 8 प्रत्याशी मैदान में
0 कांग्रेस के डमी प्रत्याशी तिलक सोनकर अब निर्दलीय
0 बागी लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी को कांग्रेस दे सकती है समर्थन
धमतरी। धमतरी महापौर चुनाव में तेजी बदले घटनाक्रम में शुक्रवार को नाम वापसी के अंतिम दिन कुल 8 प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में रह गए। कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन रद्द होने के दूसरे दिन भी पार्टी को बड़ा झटका लगा। पार्टी के डमी प्रत्याशी तिलक सोनकर भी बी फार्म जमा नहीं करने से अब वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे। इसी के साथ अब कांग्रेस पूरी तरह चुनाव मैदान से बाहर हो गई और भाजपा को वॉकओवर मिल गया।
नामांकन वापसी के अंतिम दिन तीन बजे तक बड़ी संख्या में महापौर और पार्षद के प्रत्याशी नामांकन वापस के लिए रिटर्निंग अधिकारी के कक्ष पहुंचे। इस दौरान भाजपा के महापौर प्रत्याशी रामू रोहरा और उनके समर्थक लगातार सक्रिय रहे और लोगों को लाकर नामांकन वापसी कराते हुए दिखाई दिए। निर्दलीय प्रत्याशी रंजीत छाबड़ा ऑटो में भाजपा प्रत्याशी रामू रोहरा के साथ निगम कार्यालय पहुंचे। महापौर नामांकन वापसी के बाद जो प्रत्याशी बच गए थे उनका चुनाव चिन्ह आवंटन किया गया।
बता दें कि महापौर के लिए 14 अभ्यर्थियों ने नामांकन दाखिल किया था, जिसमें मितेश जैन और विजय गोलछा का नामांकन निरस्त किया गया। इसके बाद दो दिनों में चार प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस लिया। इस तरह से अब 8 प्रत्याशी मैदान में हैं। सभी को चुनाव चिन्ह आवंटन कर दिया गया है।
कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी विजय गोलछा का नामांकन गुरुवार को निरस्त हो गया। गोयल पर नगर निगम में ठेका सप्लाई का काम करने व लाभार्थी होने का आरोप था। भाजपा प्रत्याशी जगदीश रामू रोहरा ने इसकी शिकायत की थी। जांच के बाद शिकायत सही पाए जाने पर श्री गोलछा का नामांकन रद्द कर दिया गया। इसके बाद डमी प्रत्याशी तिलक सोनकर ने कल ही पीसीसी चीफ दीपक बैज से मुलाकात की थी। चर्चा थी कि कांग्रेस बी-फार्म जारी कर सोनकर पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर सकती है, लेकिन नाम वापसी के अंतिम दिन तक पार्टी की ओर से बी-फार्म जारी नहीं किया गया। अंततः अब तिलक सोनकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेेंगे। इधर चर्चा है कि कांग्रेस से अब बागी होकर चुनाव लड़ रहे एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी को अपना समर्थन दे सकती है।
संगठन में होती सर्जरी, सुधर जाती समीकरण
शहर में चर्चा है कि विधानसभा चुनाव में धमतरी के चालीस वार्ड में कांग्रेस को करारी हार मिली थी। कांग्रेस के प्रत्याशी को 40 वार्ड में बेहद कम वोट ही मिले। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस विधायक को बढ़त हासिल हुई। 40 वार्ड में हार की समीक्षा के बाद संगठन में सर्जरी अगर समय रहते कर दिया जाता तो आज यह स्थिति नही बनती। आज नगर निगम क्षेत्र में दमदार चेहरा गायब है। शहर के लोगों में चर्चा है कि संगठन में बदलाव किया गया होता तो चुनावी मैदान में प्रत्याशियों के चयन में चूक नही होती। चर्चा है कि चुनावी समीकरण बनाने और सही रणनीति तैयार करने वाले की कमी नजर आई है।
निर्दलीय प्रत्याशी को मनाने में जुटी कांग्रेस
कांग्रेस की ओर से पूर्व में पार्षद और नगर निगम में सभापति रहे अवैश हाशमी को इस बार कांग्रेस में पूछपरख नहीं मिलने से उन्होंने कांग्रेस के राजीव भवन पहुंचकर इस्तीफा दिया और महापौर चुनाव के लिए फार्म भरकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया। जानकारी के अनुसार अब जब कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी विजय गोलछा का नामांकन रद्द हो गया तो कांग्रेस के पास कोई अधिकृत प्रत्याशी नही है। इसके बाद कांग्रेस ने निर्दलीय चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी को मनाने में लग गई है।