
0 पूर्व महापौर बोले-कुछ लोगों के बारे में पूछताछ हुई, मैंने पूरी जानकारी दे दी है
रायपुर। छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में रायपुर के पूर्व मेयर एजाज ढेबर से ईओडब्ल्यू दफ्तर में 6 घंटे पूछताछ हुई। ढेबर ने कहा कि कुछ लोगों के बारे में पूछताछ की गई है। मैंने जानकारी दी है। ईओडब्ल्यू जांच कर रही है, जांच में मेरा पूरा सहयोग रहेगा। ईओडब्ल्यू जो भी पूछेगी, वह मैं बताऊंगा।
ढेबर ने कहा कि मैं किसी मामले में इंवॉल्व नहीं हूं। इससे पहले ना मैं किसी मामले में इन्वाल्व था और ना कभी आगे रहूंगा। पूछताछ के दौरान ईओडब्ल्यू ने खाने और पानी के लिए पूछा, लेकिन मैंने अपने घर से खाना मंगवाकर खाया।
दरअसल, शराब घोटाले में पूर्व महापौर एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर को एजेंसियों ने घोटाले का मास्टरमाइंड बताया है। मामले में अनवर पहले से ही रायपुर सेंट्रल जेल में बंद है। ईओडब्ल्यू और प्रवर्तन निदेशालय की टीम मामले की जांच कर रही है। ईओडब्ल्यू को जांच के दौरान नए तथ्य मिले हैं। इसी केस में 7 फरवरी को ईओडब्ल्यू ने नोटिस जारी कर एजाज को पूछताछ के लिए दफ्तर बुलाया था, लेकिन निगम चुनाव के कार्यों में व्यस्त होने का हवाला देते हुए समय मांगा था।
2 साल पहले ईडी ने की थी पूछताछ
2 साल पहले रायपुर के महापौर एजाज ढेबर को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने पूछताछ के लिए दफ्तर बुलाया था। ईडी के समन पर महापौर प्रवर्तन निदेशालय के रायपुर स्थित दफ्तर पहुंचे थे। मार्च 2023 में एजाज ढेबर के घर पर ईडी ने छापा भी मारा था। उस समय ईडी ने उनसे लगभग 11 घंटे तक पूछताछ की थी। ढेबर के ईडी दफ्तर जाने पर उनके समर्थक और बड़ी संख्या में महिलाएं ईडी दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गई थीं।
पूर्व आबकारी मंत्री जेल में हैं बंद
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा को न्यायिक रिमांड पर रायपुर की जेल में बंद है। ईडी ने उन्हें पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। वहीं, 4 फरवरी को ईओडब्ल्यू की कोर्ट में लखमा ने अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। ईओडब्ल्यू की कार्रवाई से बचने के लिए लखमा के वकील ने कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी।
