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0 जवाबी कार्रवाई के दौरान 5 भारतीय जवान शहीद
0 सेना ने कहा-पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा तो करारा जवाब देंगे

नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के 25 घंटे बाद रविवार शाम 6:30 बजे तीनों सेनाओं ने 1 घंटा 10 मिनट तक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी दी। सेनाओं की ओर से रविवार को पहली बार जानकारी दी गई कि ऑपरेशन सिंदूर में 100 से भी अधिक आतंकवादी मारे गए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई के बाद हुए संघर्ष में पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक ढेर किए गए हैं और यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है, लेकिन इसका अभी आकलन किया जा रहा है। वहीं पाकिस्तान की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई के बाद भारतीय सेनाओं की कार्रवाई के दौरान 5 भारतीय सैनिक शहीद हुए हैं। 

भारतीय सशस्त्र सेनाओं ने कहा है कि ऑपरेशन सिन्दूर के लक्ष्य हासिल कर लिये हैं और पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है कि यदि उसकी ओर से आज रात भी सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए बनी सहमति का उल्लंघन किया जाता है तो उसे इसका बेहद गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। यदि पाकिस्तान की ओर से इस तरह की कार्रवाई होती है तो उनके पास पाकिस्तान को सबक सिखाने का रोड़ मैप और प्लान हैं और हम उस पर अमल के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख ने सेना को आदेश दिया है कि यदि पाकिस्तान की ओर से सहमति का आज भी उल्लंघन किया जाता है तो उसे जोरदार तरीके से दंडित किया जाना चाहिए। सेनाओं की ओर से साफ तौर पर कहा गया कि हमारी लड़ाई न तो पाकिस्तान के खिलाफ है, न ही पाकिस्तान के लोगों से है, हमारी लड़ाई सिर्फ आतंवादियों और उनके आकाओं से है।  
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के कई विमान गिराये हैं लेकिन उन्होंने इसकी संख्या नहीं बताई। एक अन्य सवाल पर उन्होंंने कहा कि भारत के सभी पायटल सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेनाएं अभी भी सचेत मुद्रा में है और उसे हर दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा। एक सवाल के जवाब में सेनाओं ने कहा कि सीमा पार करीब 21 आतंकवादी ठिकाने हैं और जरूरत पड़ने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। 

सेना ने पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों को टारगेट किया
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि आप सबको पता है कि पहलगाम अटैक में किस क्रूरता से 26 लोगों को मारा गया था। इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों को टारगेट किया। इसमें दुश्मनों को भारी नुकसान हुआ। ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को हुई कार्रवाई में सीमा पार 9 ठिकानों पर हमने 100 आतंकवादी मार गिराए। इसमें कंधार हाईजैक और पुलवामा अटैक में शामिल 3 बड़े आतंकी चेहरे भी शामिल थे। 7 मई को हुई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल्स से हमारे बॉर्डर स्टेट्स में स्थित सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। हमनें उन्हें हवा में ही मार गिराया। एक भी टारगेट सक्सेस नहीं होने दिया। इसके बाद हमने पाकिस्तान को जवाब देते हुए सख्त कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक और अफसर मारे गए। बॉर्डर और एलओसी पर हुई पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में हमारे 5 जवान शहीद हुए हैं। मुरीदके के टेररिस्ट कैंप के बाद बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर को चुना, जहां आतंकवाद को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इन 2 टेररिस्ट कैंप को हमने टारगेट बनाया और इन्हें तबाह किया। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया, बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर को चुना, जहां आतंकवाद को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इन दो टेररिस्ट कैंप को हमने टारगेट बनाया और इन्हें तबाह किया। हमने टेररिस्ट और टेररिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया। पाकिस्तानी मिलिट्री और किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया। 7 मई की शाम यूएवी और ड्रोन से पाकिस्तान ने हमला किया। ये किसी लहरों की तरह थे। इनमें से 3 लैंड कर पाए, लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। हमने उनके आतंकवादियों को निशाना बनाया। उन्होंने मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर और सिविलियंस को निशाना बनाया।

पाकिस्तान ने ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमारे बॉर्डर पर हमला किया था
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा कि हमने 7 मई की रात उनके लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हम उन्हें यह बताना चाहते थे कि उनके मिलिट्री ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं थे। 8-9 मई को पाकिस्तान ने ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमारे बॉर्डर पर हमला किया था और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाने की उनकी ज्यादातर कोशिशें नाकाम रहीं।  पाकिस्तान ने 8-9 मई की रात श्रीनगर से नलिया तक ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमला किया।
उन्होंने जो टारगेट चुने थे, उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। यह हमला आधी रात तक जारी रहा। मिलिट्री या सिविलियन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर नुकसान नहीं हुआ। वे लड़ाई चाहते थे और हम तैयार थे। हमने उनके मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया। उनके लाहौर और गुंजरावाला के सर्विलेंस राडार ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद उनके ड्रोन अटैक सुबह तक जारी रहे, जिसका हमने जवाब दिया। लाहौर के करीब से ड्रोन अटैक लॉन्च किए गए थे। उन्होंने अपने और इंटरनेशनल पैसेंजर विमान एयर स्पेस में उड़ने दिए। जम्मुू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी, फलौदी में इन्होंने हमला किया। हम तैयार थे, हमारे ट्रेंड क्रू ने एयर डिफेंस सिस्टम से तबाह कर दिया। हमारी जमीन पर उनके लगातार हमलों से कोई नुकसान नहीं पहुंचा। उनके लगातार एय़रबेस और पोस्ट पर हमले के बाद हमने उन्हें जवाब दिया। हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो। हमने उनके एयरबेस कमांड सिस्टम, मिलिट्री एयरबेस को हमला किया। चकलाला, रफीकी, रहरयार खान में हमला किया। हमने उन्हें कहा कि आक्रामकता को माफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे पास उनके हर बेस पर हर सिस्टम को निशाना बनाने की क्षमता है। हम चाहते हैं कि हमारे शत्रु आगे तनाव बढ़ाने की कोशिश ना करें। हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री या किसी और से नहीं है। हमारी लड़ाई आतंकवादियों से है, जिन्हें हमने निशाना बनाया। लेकिन उन्होंने ड्रोन, यूएवी से हमला किया। हमारे पास जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। हम यह करने की क्षमता रखते हैं।
हमने पहलगाम अटैक के बाद अरब सागर में कई ड्रिल की, हथियारों की चेकिंग की। हम अपनी तैयारी को परख रहे थे। नेवी ने पाकिस्तानी नेवी को लगातार मॉनिटर किया। हम उनकी हर लोकेशन और मूवमेंट से वाकिफ थे।
मुझे 10 मई को पाकिस्तानी डीजीएमओ ने कॉल किया। पाकिस्तान के डीजीएमओ से 3.30 मिनट पर बातचीत हुई। जिसमें तय हुआ कि 7 बजे के बाद से कोई हमला नहीं किया जाएगा। अगली बातचीत 12 मई को होगी। कुछ ही घंटों बाद ही उन्होंने संघर्ष विराम तोड़ा। ड्रोन अटैक किया और फायरिंग की।
हमने उन्हें मैसेज भेजा कि हम पर किए गए हमले का जवाब हमने दिया है। अगर आज रात भी ऐसा किया तो हम जवाब देंगे। इसके बाद हमारे आर्मी चीफ ने हमें जवाब देने के लिए पूरी अथॉरिटी दी है। हमारे 5 जवान मारे गए, उन्हें हम श्रद्धांजलि देते हैं। हमने तनाव बढ़ाने वाली कोई प्रतिक्रिया नहीं की, लेकिन अगर हमारी संप्रभुता और अखंडता पर हमला किया गया तो इसका निर्णायक जवाब देंगे।
 

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