
नई दिल्ली। सरकार ने कहा है कि इस साल अमेरिकी सरकार द्वारा कुल 1703 भारतीय नागरिकों को भारत निर्वासित किया गया जिनमें 1562 पुरुष और 141 महिलाएं थीं।
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने लोकसभा में शुक्रवार को एक लिखित जवाब में कहा कि बीस जनवरी से 22 जुलाई 2025 के बीच अमेरिकी सरकार द्वारा कुल 1703 भारतीय नागरिकों को भारत निर्वासित किया गया। इनमें 1562 पुरुष और 141 महिलाएं थीं।
श्री सिंह ने कहा कि विदेश मंत्रालय निर्वासन प्रक्रिया के दौरान निर्वासितों के साथ मानवीय व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी पक्ष के साथ लागातार संपर्क में है। मंत्रालय ने निर्वासितों के साथ व्यवहार, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों पर बेड़ियों के इस्तेमाल के संबंध में, अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष अपनी चिंताओं को दृढता से दर्ज कराया है। पगड़ी के उपयोग और खानपान संबंधी प्राथमिकताओं सहित धार्मिक सांस्कृतिक संवेदनशीलता से संबंधित चिंताओं को भी अमेरिकी पक्ष के साथ औपचारिक रूप से उठाया गया है। पांच फरवरी 2025 के बाद से इस मंत्रालय कोे किसी भी उड़ान में निर्वासितों के साथ दुर्व्यवहार से संबंधित कोई शिकायत नहीं मिली है।
उन्होंने कहा कि छात्र वीजा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा आवश्यकताओं ने भारत स्थित अमेरिकी दूतावास वीजा प्रक्रिया की क्षमता को और कम कर दिया है हालांकि छात्र वीजा के लिए अप्वाइंटमेंट अब खुले है। अमेरिकी दूतावास नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत से पहले इन अपाइंटमेंट की तत्काल आवश्यकता को देखते हुए आगस्त के अंत तक सीमित संख्या में अतिरिक्त छात्र वीजा अपाइंटमेंट्स के लिए काम कर रहा है।
विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि वीजा जारी करना संबंधित देश का संप्रभु विशेषाधिकार है फिर भी विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास तथा वाशिंगटन डीसी स्थित अमेरिका विदेश विभाग के समक्ष भावी भारती छात्रों के समक्ष अमेरिकी वीजा प्राप्त करने में आने वाली समस्याओं को लगातार उठाया है। भारत सरकार पारस्परिक रूप से लाभप्रद और सुरक्षित गतिशीलता ढांचे को बढावा देने के लिए अमेरीकी सरकार के साथ लगातार संपर्क में है जिससे छात्रों और पेशेवरों की कानूनी गतिशीलता के लिए रास्ते सुगम हो सकें और अल्पकालिक पर्यटन और व्यावसायिक यात्रा को सुविधाजनक बनाया जा सके।