
पटना/नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए ने रविवार को सीट शेयरिंग की घोषणा कर दी है। बीजेपी 101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं जदयू भी 101 सीटों पर लड़ने जा रही है, जबकि चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (आर) 29 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) को 6 और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम को 6 सीटें दी गई हैं।
सीट शेयरिंग के बाद एनडीए ने कल यानी सोमवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। सीट शेयरिंग में चिराग की जिद के आगे से पहले 40 सीटों की डिमांड करने वाले जीतन राम मांझी ने 6 सीटें मिलने पर कहा- मैं संतुष्ट हूं। हालांकि इसके बाद मांझी ने तीखे तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि आलाकमान ने जो फैसला लिया है वो स्वीकार है। हमें सिर्फ 6 सीट देकर उन्होंने हमारी अहमियत कम आंकी है। इसका असर एनडीए पर पड़ सकता है। मांझी की पार्टी ने 4 सीटों पर कैंडिडेट्स का भी ऐलान कर दिया है। इमामगंज से दीपा मांझी, बराचट्टी से ज्योति देवी, टेकारी से अनिल कुमार और सिकंदरा से प्रफुल्ल कुमार मांझी को टिकट दिया गया है।
बीजेपी-जदयू अब बराबर के भाई
2005 से लेकर पिछले विधानसभा चुनाव तक जेडीयू ने हमेशा बीजेपी से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ा है। जेडीयू पिछले 4 चुनाव में हमेशा बड़े भाई की भूमिका में रहता था। 2020 में ही जदयू 115 और बीजेपी 110 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, लेकिन 2025 विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां 101-101 सीटों पर लड़ेंगी। अब दोनों बराबर वाले भाई हो गए हैं।

