0 नेशनल सुपरक्रॉस बाइक रेसिंग चैंपियनशिप
0 30 फीट हवा में उड़ाई बाइकें, आतिशबाजी-लेजर शो भी
रायपुर। राजधानी रायपुर के बूढ़ापारा आउटडोर स्टेडियम में रविवार को नेशनल सुपरक्रॉस बाइक रेसिंग चैंपियनशिप का फाइनल राउंड हुआ। इसमें देशभर के दिग्गज बाइकर्स अपनी गति, संतुलन और साहस का प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। इसमें देश-विदेश के 122 बाइकर्स ने हिस्सा लिया। दो विदेशी बाइकर्स ने 30 फीट ऊंची बाइक उछालकर व करतब दिखाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। फ्री-स्टाइल स्टंट्स के जरिए दर्शकों का रोमांच दोगुना किया। फाइनल राउंड में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी मौजूद रहे। इस मौके पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल भी उपस्थित रहे।
“सेफ रेसिंग, सेफ राइडिंग” की थीम पर आयोजित इस चैंपियनशिप के पहले दिन ट्रायल राउंड हुआ। इसमें देशभर से आए बाइकर्स ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को खूब रोमांचित किया।
हवा में उड़ती बाइक्स, दर्शक हुए रोमांचित
फाइनल राउंड में राइडर्स ने मिट्टी के ऊंचे-ऊंचे टीलों पर अपनी बाइक्स को 30 फीट तक हवा में उड़ाई। वहीं दर्शक हर छलांग पर तालियों और सीटियों से उत्साह बढ़ाते नजर आए। खचाखच भड़े स्टेडियम में फिनलैंड के प्रोफेशनल बाइकर्स के स्टंट ने लोगों को रोमांचित कर दिया। स्टंट के बाद लोग फिनलैंड के बाइकर्स के साथ सेल्फी लेते नजर आए। स्टंट के दौरान दर्शक मोबाइल की फ़्लैश लाइट जलाकर बाइकर्स को सपोर्ट करते दिखे। विदेशी बाइकर्स ने हवा में बाइक उड़ाकर हैरतअंगेज करतब दिखाए। वहीं, आयोजन स्थल पर जमकर आतिशबाजी भी की गई।
6 से 15 साल तक के बच्चों ने भी दर्शकों को रोमांचित किया
जूनियर कैटेगरी में 6 से 15 साल तक के बच्चों ने बाइक रेसिंग कर दर्शकों को खूब रोमांचित किया। इसमें छत्तीसगढ़ के बाइकर्स ने भी लोकल कैटेगरी में हिस्सा लेकर प्रदर्शन कर लोगों को रोमांचित किया। छोटे बच्चों के लिए विशेष लाइसेंस जारी किया गया है। वहीं रेस के दौरान 3 बाइकर्स गिर भी गए थे।
भारत और विदेश से आए 122 बाइकर्स
इस बार के आयोजन में देश के शीर्ष राइडर्स के साथ-साथ विदेश से भी कई नामचीन बाइकर्स शामिल हुए। कुल 122 राइडर्स ने इस रोमांचक मुकाबले में हिस्सा लिया, जिनमें 12 खिलाड़ी छत्तीसगढ़ से है। यह रायपुर में सुपरक्रॉस बाइक रेसिंग का तीसरा आयोजन है। इससे पहले 2012 और 2022 में भी इस इवेंट का सफल आयोजन किया जा चुका है।
ये आयोजन रोड सेफ्टी के लिए मील का पत्थरः सीएम साय
सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि सुपरबाइक चैंपियनशिप का आयोजन सड़क सुरक्षा की थीम पर किया गया है। यह आयोजन यातायात नियमों के प्रचार-प्रसार में मील का पत्थर साबित होगा। सीएम साय ने लोगों से हेलमेट पहनने और यातायात नियमों का पालन करने की भी अपील की। सीएम साय ने कहा कि हम टीवी पर बाइक रेसिंग देखते थे, लेकिन आज हम इसे पहली बार प्रत्यक्ष रूप से देख रहे हैं। यह बहुत खुशी की बात है कि पीएम हमारे राज्य महोत्सव में आए। हमने एयर शो भी देखा, जिसमें छत्तीसगढ़ के गौरव पटेल ने भाग लिया था। अब, यह बाइक रेस हो रही है। देश-विदेश से बाइकर्स इसमें भाग लेने आए हैं, जो हमारे लिए खुशी की बात है।
कर्नाटक के रेसर इमरान पाशा बोले - “यह स्टंट नहीं, असली रेस है”
कर्नाटक के अनुभवी बाइक रेसर इमरान पाशा ने कहा कि बहुत लोग इसे स्टंट समझते हैं, लेकिन यह असली बाइक रेस है। नेशनल सुपरक्रॉस चैंपियनशिप में कुल 6 राउंड होते हैं, लेकिन रायपुर में 4 राउंड का आयोजन किया जा रहा है। रायपुर के लिए यह गर्व की बात है। यहां की जनता को ऐसा लाइव मोटरस्पोर्ट्स इवेंट देखने का मौका मिल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मैं पिछले 13 साल से रेसिंग कर रहा हूं। रायपुर का ट्रैक शानदार है। फिटनेस इस खेल का सबसे अहम हिस्सा है। यहां का मौसम भी उम्मीद से बेहतर और ठंडा है, जिससे रेसिंग का मजा और बढ़ गया।”
आयोजन का उद्देश्य- सुरक्षित रेसिंग संदेश
छत्तीसगढ़ मोटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष उज्ज्वल दीपक ने बताया कि इस आयोजन का मकसद युवाओं को यह संदेश देना है कि रेसिंग सड़क पर नहीं, ट्रैक पर खेल के रूप में की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा संदेश साफ है- रेसिंग एक स्पोर्ट है, अपराध नहीं। अगर रेसिंग करनी है तो ट्रैक पर आकर हेलमेट पहनिए, नियमों का पालन कीजिए और प्रोफेशनल माहौल में खेलिए। रायपुर और नया रायपुर की सड़कों पर रेसिंग करना खतरनाक है। सोनपुर पाटन में एक रेसिंग ट्रैक भी है, जहां युवाओं को प्रैक्टिस कराई जाती है। आयोजन समिति ने बताया कि कार्यक्रम में सेफ्टी गाइडलाइन्स का विशेष ध्यान रखा गया। ट्रैक पर मेडिकल टीम, रेस मार्शल्स, और इमरजेंसी सर्विसेज मौजूद थीं। सभी राइडर्स को मानक सुरक्षा गियर पहनना अनिवार्य किया गया था।
रायपुर बन रहा मोटरस्पोर्ट्स का नया हब
रायपुर में तीसरी बार आयोजित यह चैंपियनशिप न केवल राज्य के खेल प्रेमियों के लिए उत्साह का केंद्र बन रही है, बल्कि इससे छत्तीसगढ़ को मोटरस्पोर्ट्स के नक्शे पर एक नई पहचान मिल रही है। रफ्तार, रोमांच और जिम्मेदारी का यह संगम दर्शकों के लिए यादगार बन गया।