0 अंतिम संस्कार में अमिताभ बच्चन समेत गई हस्तियां पहुंची
0 राष्ट्रपति मुर्मु, उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन व प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि
मुंबई। भारतीय सिने जगत के दिग्गज अभिनेता धर्मेन्द्र का सोमवार को निधन हो गया। 89 साल के धर्मेंद्र ने सोमवार दोपहर अपने घर पर अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार विले पार्ले श्मशान भूमि में हुआ। उनके बड़े बेटे और अभिनेता सनी देओल ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनकी पत्नी और जानी मानी अभिनेत्री हेमा मालिनी, पुत्री इशा देओल और परिवार के अन्य सदस्य अंतिम विदाई देने के लिए श्मशान स्थल पर पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन को एक युग के अंत का संकेत कहा है।
धर्मेन्द्र को अंतिम विदाई देने उनके दोस्त महानायक अमिताभ बच्चन तथा फिल्म जगत की कई हस्तियां पहुंची। इनमें शबाना आज़मी , गोविंदा, आमिर खान, अभिषेक बच्चन, सलमान खान, अक्षय कुमार, संजय दत्त,रणवीर सिंह ,दीपिका पादुकोण तथा जायद खान शामिल थे। मशहूर स्क्रिप्ट राइटर सलीम खान भी उनके अंतिम संस्कार में पहुंचे।
धर्मेन्द्र ने अपने आवास पर अंतिम सांस ली। वह कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। धर्मेन्द्र को सांस लेने में दिक्कत के कारण 10 नवंबर को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था और 12 नवंबर को परिवार के कहने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी। इसके बाद से घर पर ही उनका इलाज चल रहा था।
धर्मेन्द्र का जन्म पंजाब के फगवाड़ा में 08 दिसंबर 1935 को हुआ था। उन्होंने वर्ष 1960 में प्रदर्शित फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे से अपने सिने करियर की शुरूआत की थी। धर्मेन्द्र ने अपने छह दशक लंबे सिने करियर में 250 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया था।
मुर्मु, राधाकृष्णन, राजनाथ ने अभिनेता धर्मेंद्र के निधन पर जताया शोक
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन तथा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके निधन को भारतीय सिनेमा जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। श्रीमती मुर्मू ने अपने शोक संदेश में कहा "दिग्गज अभिनेता और पूर्व सांसद धर्मेंद्र जी का निधन भारतीय सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है। सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में से एक, उन्होंने अपने दशकों लंबे शानदार करियर के दौरान कई यादगार भूमिकाएं निभाई हैं। भारतीय सिनेमा की एक महान हस्ती के रूप में, वह ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जो कलाकारों की युवा पीढ़ी को हमेशा प्रेरित करती रहेगी। उनके परिवार के सदस्यों, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।" उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने कहा "पूर्व सांसद एवं दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र जी का निधन भारतीय सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति है। लाखों लोगों को अपनी कला दीवाना बनाने वाले इस कलाकार ने अपने उल्लेखनीय प्रदर्शन और कला के प्रति दृढ़ समर्पण के माध्यम से भारतीय सिनेमा के कैनवास को समृद्ध किया है। भारतीय फिल्म उद्योग में सबसे प्रशंसनीय शख्सियतों में से एक रहे अभिनेता धर्मेंद्र अपने पीछे एक कालातीत विरासत छोड़ गए हैं जो कलाकारों की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उनके परिवार, दोस्तों और असंख्य प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ॐ शांति।"
राजनाथ सिंह ने कहा "प्रसिद्ध हिंदी फिल्म अभिनेता एवं पूर्व सांसद धर्मेंद्र जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ। उन्होंने अपने बेजोड़ आकर्षण और ईमानदारी से कई यादगार किरदारों को जीवंत बना दिया। भारतीय सिनेमा में उनके उल्लेखनीय योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके शोक संतप्त परिवार और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।
फिल्म फूल और पत्थर से धर्मेन्द्र को मिला था ‘ही-मैन’ नाम
मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेन्द्र को फिल्म फूल और पत्थर से ‘ही-मैन’ नाम मिला था। बॉलीवुड में धर्मेन्द्र को ‘ही मैन’ कहा जाता है। धर्मेंद को ही-मैन नाम वर्ष 1966 में प्रदर्शित फिल्म फूल और पत्थर के जरिये मिला थ।इस फिल्म में धर्मेंद्र ने एक सीन किया जिसमें उन्होंने शर्ट उतारी। उनकी शर्टलेस तस्वीरों ने उन्हें काफी मशहूर बना दिया। इस फिल्म से उन्हें एक्शन हीरो के तौर पर पहचान मिली। उनकी मसक्युलर बॉडी ने उनकी ही-मैन की तस्वीर को गढ़ा। उनकी टोन्ड बॉडी, ज़बरदस्त आत्मविश्वास और गुस्से से भरे एक्शन सीन्स ने दर्शकों को दीवाना बना दिया। फिल्म की इस ज़बरदस्त सफलता और उनकी दमदार, मर्दाना छवि के कारण ही इंडस्ट्री और मीडिया ने उन्हें 'ही-मैन ऑफ बॉलीवुड' का नाम दिया। 'ही-मैन' केवल शारीरिक शक्ति के लिए नहीं, बल्कि जज़्बे, बहादुरी और आंतरिक मज़बूती को दर्शाता है। धर्मेंद्र ने न केवल अपनी शारीरिक ताकत से, बल्कि अपने किरदारों के माध्यम से भी इस उपाधि को सही साबित किया।जोखिम भरे स्टंट्स: धर्मेंद्र अपने स्टंट्स के लिए भी जाने जाते थे। उन्होंने खुद असली स्टंट्स करने का जोखिम उठाया, जैसे कि असली चीते के साथ भिड़ना, जिससे उनकी 'ही-मैन' की छवि और मजबूत हुई।