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अहमदाबाद। परम मंगलमय परमात्मा की कोई असीम कृपा हुई और हमें यह मानव जन्म मिला। मानव जीवन में दिन-प्रतिदिन हमें रोज नई घटनाओं की खबर मिल रही है। हमारे पास अपार संपत्ति है। अनेक साधन हैं। इन सब के बावजूद भी आज पूरा विश्व एवं भारत में मुश्किलों का  पसार हो रहा है, क्योंकि आज तक कोरोना वायरस से बचने के लिए हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं। आज हमारी नजर के सामने कितने लोगों की मृत्यु हो रही है।
अहमदाबाद में बिराजित प्रखर प्रवचनकार, संत मनीषि, गच्छाधिपति प.पू.आ.देव राजयश सूरीश्वरजी महाराजा श्रोताजनों को संबोधित करते हुए फरमाते है कोई ऐसा विचित्र काल आया है कि धर्म की इतनी सुंदर आराधना हो रही है। फिर भी इस काल को कोई रोक नहीं पा रहा है। कितने लोग अपने प्राणों को सहज तरीके से गंवा रहे हैं। आज स्थिति इतनी भयंकर आई है कि कोरोना से ग्रस्त मरीजों को हॉस्पिटल में एडमिशन नहीं मिल रहा है। ऑक्सीजन के लिए भी इधर उधर भटकना पड़ रहा है, किसी की मृत्यु हो गई हो तो सव को मिलाने के लिए कष्ट भुगतना पड़ रहा है। शव मिल गया हो तो अग्नि संस्कार कहां करना उसके लिए भी प्रश्न आ रहा है। ये स्थिति कुछ भयानक एवं चिंताजनक बन गई है।
एक चिंतक भाई हमारे पास आए साहेब! कैसा भयंकर काल आया इस चीज के ह्यशद्यह्वह्लद्बशठ्ठ के लिए यदि दुनिया के समस्त आध्यात्मिक पुरुष विचारवान पुरुष, धर्म गुरू-संत विगेरे संकल्प करे कि थोड़े दिन के लिए कुछ मर्यादित दिन विचार करके जैसे कि कम से कम 27 दिन तक अपन ेअपने स्थान में जितना समय तक किया है उस निश्चित समय पर 12 मिनट अथवा तो 48 मिनट के दरम्यान जिस जिस व्यक्ति को जिन पर श्रद्धा है आस्था है अथवा पूर्व में जिनसे कुछ प्रतीति हुई हो उनकी आराधना करें तो जरूर यह कोरोना वायरस मिटेगा। 
पूज्यश्री फरमाते है इस प्रकार के तंत्र    व्यवस्था यदि करने में आए तो हम इस कोरोना व्याधि को अटकाने में सफल बन सकते हैं। यदि विचारधान पुरुष अथवा जिस जिस देश के नेता हो वे भी यदि प्रयत्न करें, तथा समस्त भारत के संत-महंत-ऋषि-महर्षि आचार्यों के आशीर्वाद आपने पाए हो वे सब भी मिलकर यदि प्रयत्न करके कुछ न कुछ इस महामारी को दूर करने में सहायक बनें तो जरूर यह कोरोना दूर हो सकता है।
पूज्यश्री फरमाते है समूह प्रार्थना में बल जरूर है। भारत के हर एक नागरिक चाहे वह जैन हो या अजैन सभी को मिलकर प्रार्थना करना है। हमें व्यक्तिगत अपने परिवार के कल्याण के लिए ही नहीं अपितु भारत के हर नागरिक को अपना साधर्मिक भाई-बहन समझकर उन सब के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करना है।
पूज्यश्री फरमाते है कि जो व्यक्ति विज्ञान में रूचि लेता हो उसे भी इस कोरोना-19 के लिए कुछ न कुछ करना ही है। कोई भी चीज अशक्य नहीं है। कोशिश करो-प्रयत्न करो जरूर सफलता मिलेगी। प्रार्थना शक्ति का बल बढ़ाओ। किसी हैरान परेशान थे। एक बार किसी संत की सलाह से गांव के सभी लोग बारिश के लिए सामूहिक प्रार्थना के लिए इकट्ठे हुए। एक नन्ही बालिका को अपने भगवान पर पूर्ण श्रद्धा थी। वह प्रार्थना के लिए घर से निकलने के पहले हाथ में छतरी लेकर निकली। लोग उस बालिका को देखकर हंसने लगे, मगर एक चमत्कार हुआ जैसे ही सामूहिक प्रार्थना शुरू हुई, जोर की बारिश हुई। लोग भीगने के डर से इधर-उधर भागने लगे। नन्हीं बालिका बिना भीगे छतरी के सहारे सुरक्षित अपने घर पहुंच गई। कहने का तात्यर्थ है आप श्रद्धा आस्था से समूह प्रार्थना करोंगे तो अशक्त शक्य बनेगा।
इस दुनिया में कोई भी चीज अशक्त नहीं है। आप भी ईश्वर के सहारे इस कोरोना व्याधि को दूर करने में जरूर सफल बनेंगे। कोई नास्तिक हो धर्म को नहीं मानता हो उन सभी को भी इस कोरोना वायरस को दूर करने के लिए प्रार्थना करना है। प्रार्थना का समूह जाप इस वायरस को दूर करने में सफल बनेगा। इस बात का ख्याल करके, जरूर बात को ध्यान में रखकर शीघ्र आत्मा से परमात्मा बनें।