भगवान विष्णु का एक अवतार, जिसे कश्यप अवतार के नाम से जाना जाता है, कछुए का ही एक रूप है, इसलिए माना जाता है कि जहां कछुए के रूप में भगवान विष्णु रहते हैं, वहां विष्णुप्रिया मां लक्ष्मी का स्वत: आगमन होता है। उस घर में धन, सम्पत्ति और समृद्धि की कभी कोई कमी नहीं रहती, पर आज हम आपको बताएँगे फेंगशुई में कछुए के महत्व के बारे में...
े फेंगशुई में कछुए को सकारात्मक ऊर्जा और लम्बी आयु का प्रतीक माना जाता है। फेंगशुई के अनुसार, फेंगशुई कछुए को अपने घर या ऑफिस में रखने से कार्य में प्रगति होती है और तरक्की मिलती है।
े नया व्यापार शुरू करते समय अपने ऑफिस या दुकान में चांदी का बना हुआ फेंगशुई कछुआ रखना शुभ माना जाता है।
े अगर आप अपने करियर में तरक्की चाहते हैं, तो आपको काले रंग के कछुए को अपने कार्य स्थल की उत्तर दिशा में रखना चाहिए।
े कछुए को फेंगशुई में संरक्षक या गार्जियन भी माना जाता है, इसलिए घर के पश्चिम दरवाजे पर फेंगशुई कछुए को रखना घर की सुरक्षा को बढ़ाता है।
े जिन दंपत्ति को संतान का सुख नहीं मिल रहा हो, उन्हें अपने घर में पीठ पर छोट कछुआ लिए हुए मादा फेंगशुई कछुए को अपने घर में रखना चाहिए।
े कछुए के परिवार को अपने ड्राइंग रूम में रखने से घर का माहौल अच्छा बना रहता है। परिवार में मेलजोल और तरक्की में वृद्धि होती है।
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