मासिक शिवरात्रि भगवान शिव और शक्ति के मिलन का त्योहार है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। मासिक शिवरात्रि का पर्व प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। आषाढ़ माह की शिवरात्रि 08 जुलाई, दिन गुरुवार को मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने और व्रत रखने से गृहस्थ जीवन में आने वाली सभी समस्याएं दूर होती हैं। कुवांरी लड़कियों को इस दिन व्रत रखने से मनचाहा वर प्राप्त होता है। आइए जानते हैं आषाढ़ मास की शिवरात्रि की तिथि, मुहूर्त और पूजन विधि के बारे में..
तिथि एवं मुहूर्त : आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि प्रात: काल 08 जुलाई को 03.20 बजे से शुरू हो रही है, जो 09 जुलाई को प्रात: 05.16 बजे तक रहेगी। मान्यता के अनुसार, आषाढ़ मास की मासिक शिवरात्रि 08 जुलाई, गुरुवार को मनाई जाएगी तथा व्रत का पारण अगले दिन 09 जुलाई को होगा।
शिवरात्रि का पूजन विशेष रूप से रात्रि में करने का विधान है और भक्त इस दिन रात्रि का जागरण भी करते हैं। इस अनुरूप इस माह की शिवरात्रि के पूजन का मुहूर्त 08 जुलाई को रात 12.06 से रात 12.47 बजे तक रहेगा। इस काल में शिव-पार्वती का पूजन अत्याधिक फलदायी है।
मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि : मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान महादेव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा की जाती है। भगवान शिव को बेलपत्र, भांग, मदार, चंदन, दूध, दही, घी, शहद तथा गंगाजल आदि अर्पित किया जाता है। वहीं माता पार्वती को श्रृंगार की सामग्री सिंदूर, लाल चुनरी, बिंदी, चूडिय़ां आदि समर्पित करते हैं। इस दिन व्रत रखने तथा रात में जागरण करने का विधान है। शिवरात्रि को शिव और शक्ति की पूजा करने भक्तों के सभी दुख दूर होते हैं और समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
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