देवों के देव महादेव भगवान को तो सब ही जानते है। लेकिन भगवान शिव की कुछ बाते ऐसी है जो केवल शिव पुराण में ही बताई गयी है और यह बातें ऐसी है जो पूरी तरह से गुप्त मानी गई है। इसके बारे में बहुत ही कम लोगों को पता है। तो आज हम आपको बताएंगे भगवान शिव से जुड़ी हुई कुछ ऐसी ही गुप्त बाते.....
भगवान शिव के धनुष का नाम था पिनाक। इस धनुष में यह खास बात थी की इस धनुष की झंकार से पर्वत हिलने लगते थे। यह धनुष इतना शक्तिशाली था की इसके एक तीर से ही भगवान शिव ने त्रिपुरासुर की सभी नगरियों को समाप्त कर दिया था। और बाद में भगवान शिव ने इस धनुष को देवताओं को दे दिया था और देवताओं ने इस धनुष को राजा जनक को दे दिया था रामायण में भगवान राम ने मां सीता के स्वयंवर में इसी धनुष को उठाया था।भगवान शिव के चक्र का नाम था भव्य ध्रुव परंतु बहुत कम लोग इसके बारे में जानते हैं। भगवान कृष्ण के सुदर्शन चक्र का निर्माण भगवान शिव नहीं किया था। उन्होंने इसे विष्णु जी को दिया और विष्णु जी ने मां पार्वती को यह दान कर दिया और पार्वती ने सुदर्शन चक्र को परशुराम को दे दिया और भगवान परशुराम ने सुदर्शन चक्र भगवान कृष्ण को दे दिया था।
भगवान शिव के गले में जो नाग लिपटा हुआ रहता है उसका नाम वासुकी है। ऐसा माना जाता है इन्हीं से आगे कई नागवंश आरंभ हुई। वासुकि नाग को शेषनाग के बाद नागों का दूसरा राजा माना जाता है। समुद्र मंथन में भी वासुकी का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान था।
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