आचार्य चाणक्य अपने ज्ञान, विवेक और कूटनीति के कारण महान व्यक्ति बनें. वे अपनी बुद्धिमता के लिए जाने जाते हैं. उनके पास वह सारे गुण मौजूद थे, जिससे वह खुद को चाणक्य सिद्ध कर सकें। चाणक्य एक शिक्षक थे, लेकिन आचार्य चाणक्य शिक्षक होने के साथ-साथ एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे। चाणक्य को अर्थशास्त्र का गहरा ज्ञान था। चाणक्य रंक को राजा बनाने की कला उनमें कूट-कूटकर भरी थी. चाणक्य जानते थे कि मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए क्या सही है क्या गलत है।
हालांकि उन्होंने कभी भी मनुष्य को स्वार्थी नहीं बनने की सलाह दी, क्योंकि स्वार्थी इंसान खुद के लिए भी किसी खतरनाक जीव से कम नहीं है। आचार्य चाणक्य ने अपने अनुभव, ज्ञान और बौद्धिक कौशल से जीवन में सफलता प्राप्त करने की कई नीतियां बनाई थीं। उन सभी नीतियों का संग्रह चाणक्य नीति शास्त्र में है। इन नीतियों में चाणक्य ने मनुष्य के जीवन के उन रहस्यों का वर्णन कर रखा है, जिसे मनुष्य को हमेशा दूसरों से गोपनीय रखना चाहिए। आइए जानते हैं चाणक्य नीतियों के बारे में...
मन की बात
खास बात किसी को अपनी मन की बात न बताएं, अगर आप ऐसा करते हैं तो आप किसी बड़े संकट का शिकार हो सकते हैं। कई बार ऐसा होता है कि आप किसी बात को लेकर क्रोधित हो जाते हैं या आपके अंदर घृणा पैदा हो जाती है। मन में हजारों तरह के विचार उत्पन्न होते हैं, लेकिन एक बुद्धिमान और चतुर इंसान सिर्फ उन्हीं बातों को व्यक्त करता है जो उसके हित में हो। अगर आप अपने मन की हर बात को जगजाहिर करेंगे, तो लोग आपके बारे में एक धारणा बनाना शुरू कर देंगे।
किसी को भी न बताएं घर-परिवार की बातें
ज्यादातर लोग ऐसे होते हैं, कि दोस्त यारों में अपने घर की बातें शेयर कर देते हैं, लेकिन चाणक्य के अनुसार कितना भी करीबी दोस्त क्यों न हो उसे भी अपनी घर की बातों से दूर रखें। कोशिश करें घर की बात घर में ही रहे, क्योंकि घर की बात बाहर जाने से घर के सदस्यों में आपसी मनमुटाव और अविश्वास की भावना बढ़ती है।
घर का रहस्य
चाणक्य के अनुसार अपने घर के रहस्य किसी को नहीं बताना चाहिए। कई लोग ऐसे होते हैं, जो अपना घर दिखाने के चक्कर में घर के कोने-कोने से उनको अवगत करा देते हैं, जो आपके विश्वासपात्र हैं, उन्हें आप घर दिखा सकते हैं, लेकिन देखा जाता है कि कई लोग अपने घर में आए सभी को घर के रहस्य बताने लगते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाएं, नहीं तो आपको बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
तरक्की का राज
जब कोई व्यक्ति तरक्की के शिखर पर पहुंच जाता है, तो आपके साथी आपसे उस तरक्की का राज पूछते हैं। आपके पैसों को लेकर भी कई बार पूछा जाता है। आप क्या करते हैं, इतना पैसा कैसे आता है। लोग तरह-तरह से आपसे आपकी तरक्की का राज जानना चाहते हैं, हालांकि चाणक्य कहते हैं कि अपने धन की बातें हमेशा गोपनीय रखनी चाहिए। बता दें कि हमेशा से ही ये सलाह दी जाती है कि अपने धन का ब्यौरा किसी को नहीं देना चाहिए, लेकिन अपनी पत्नी को इस बारे में जरूर बताएं।
गुरु मंत्र
अगर आपने किसी योग्य गुरु से दीक्षा या मंत्र लिया है, तो गुरु द्वारा दिए गए मंत्र का बखान न करें। गुरुमंत्र को हमेशा गोपनीय रखना चाहिए। यही नहीं अगर आप किसी प्रकार की साधना, तप, ध्यान या उपवास रख रहे हैं, तो उसे भी गोपनीय ही रखें अन्यथा वह निष्फल हो जाएगा।