प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव की मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन शिव और पार्वती का संयुक्त रूप से पूजन का विधान है। माना जाता है कि जिन लोगों के विवाह में अड़चने आ रही हो, उन्हें शिवरात्रि के दिन भगवान शिव-पार्वती का विधि पूर्वक पूजन करना चाहिए। अश्विन माह की मासिक शिवरात्रि 04 अक्टूबर, दिन सोमवार को पड़ रही है। साथ ही इसी दिन प्रदोष का व्रत भी होने के कारण भगवान शिव के पूजन का अद्भुत संयोग बना है। आइए जानते हैं इस विशिष्ट संयोग में विवाह संबंधी अड़चनों को दूर करने के उपाय और मंत्र .....
1-शिवरात्रि के दिन विधि पूर्वक भगवान शिव और पार्वती का व्रत और पूजन करने के बाद, हाथ में रूद्राक्ष लेकर '? गौरी शंकर नम:Ó मंत्र का जाप करें। जाप के बाद इस रूद्राक्ष को गंगाजल से शुद्ध किए हुए लाल घागे में डाल कर गले में तब तक धारण करें जब तक की विवाह का शुभ समाचार न मिल जाए।
2- शिवरात्रि के दिन शिव-पार्वती विवाह की तस्वीर घर में लाएं और इसका पूजन करें। पूजन के बाद रूद्राक्ष की माला से 'हे गौरी शंकर अर्धागिंनी यथा त्वं शंकर प्रिया। तथा माम कुरू कल्याणी कान्त कान्ता सुदुर्लभम्।।Ó मंत्र का 108 बार जाप करें । जल्द ही आपकी मनोकामना पूरी होगी।
3- शिवरात्रि के दिन भगवान शिव के मंदिर में पांच नारियल ले कर जाएं। शिवलिंग के सामने सफेद आसन पर बैठ कर '? श्रीं वर प्रदाय श्री नम: मंत्र का पांच माला जाप करें और एक-एक करने भगवान शिव को पांचों नारियल अर्पित कर दें। विवाह में आने वाली सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी। श्री सूर्य अष्टकम् का रविवार को पाठ करने से समाप्त होते हैं सभी ग्रह दोष
4- मनवांछित वर या वधू पाने के लिए शिवरात्रि के दिन शिव मंदिर में सफेद रंग के वस्त्र पहन कर जाएं। '? नम: मनोभिलाषितं वरं देहि वरं ह्रीं ? गोरा पार्वती देव्यै नम:Ó मंत्र का रूद्राक्ष की माला से जाप करके, शिवलिंग पर खीर अर्पित करें।
5- शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को दही की बनी हुई लस्सी और सफेद वस्त्र अर्पित करें विवाह में आने वाली बाधांए दूर होंगी।