नई दिल्ली। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफे की घोषणा की। बत्रा अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के भी अध्यक्ष हैं। उन्होंने 2017 में भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष की कुर्सी संभाली थी। बत्रा ने हॉकी महासंघ को ज्यादा समय देने के लिए यह फैसला किया है।
उन्होंने अपने बयान में कहा, ''विश्व हॉकी एक आवश्यक विकास के दौर से गुजर रही है। हॉकी के प्रचार, नई प्रतियोगिता और प्रशंसकों को आकर्षित करने के अन्य कार्यक्रमों पर ज्यादा समय देने के लिए मुझे अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। इसलिए मैंने भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष के रूप में आगे अपने कार्यकाल को नहीं बढ़ाने का फैसला किया है।''
नरिंदर बत्रा कथित तौर पर व्यक्तिगत उद्देश्यों के लिए 35 करोड़ रुपये के फंड का इस्तेमाल करने के आरोप में जांच के दायरे में हैं। भारतीय ओलंपिक संघ के चुनाव पिछले दिसंबर में होने थे, लेकिन दिल्ली उच्च न्यायालय में उसके घटक को चुनौती देने वाली एक याचिका के बाद चुनाव का आयोजन निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नहीं हो सका। आरोप है कि यह राष्ट्रीय खेल संहिता और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के चार्टर के अनुरूप नहीं है।
नरिंदर बत्रा ने कहा, "मुझे लगता है कि समय आ गया है कि मैं इस भूमिका को किसी ऐसे व्यक्ति पर छोड़ दूं जो नए दिमाग और नए विचारों के साथ भारतीय खेलों को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाए। साथ ही भारत में 2036 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो। मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने पिछले चार सालों में मेरा समर्थन किया है।"