0 विशेष विमान से 28 विधायक व प्रदेश पदाधिकारियों का दल पहुंचा
रायपुर। राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग से बचने के लिए हरियाणा कांग्रेस के विधायकों को विशेष विमान से रायपुर लाए गए हैं। विधायकों का दल गुरुवार शाम सवा 7 बजे को विशेष विमान से रायपुर पहुंचा। उन्हें नवा रायपुर क्षेत्र में एक होटल और एक रिसॉर्ट में ठहराने के लिए ले जाया गया है।
हरियाणा के सभी विधायकों को रायपुर एयरपोर्ट से दो लग्जरी बसों से रिसॉर्ट ले जाया गया है। सूत्रों के मुताबिक 31 कांग्रेस विधायकों समेत कुल 35 लोग आए हैं। मेफेयर रिसॉर्ट में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है।
90 विधायकों वाली हरियाणा विधानसभा में राज्य सभा की 2 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। कांग्रेस ने यहां से अजय माकन को टिकट दिया है। वहीं भाजपा ने कृष्णलाल पंवार को उम्मीदवार बनाया है। इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया है। कार्तिकेय को JJP और निर्दलीयों को समर्थन हासिल है।
हरियाणा में राज्यसभा में जीत के लिए 31 वोटों की जरूरत है। कांग्रेस के पास वहां 31 विधायक हैं, लेकिन कार्तिकेय शर्मा की दावेदारी ने पेंच फंसा दिया है। मुश्किल यह भी है कि कार्तिकेय के ससुर कुलदीप शर्मा भी कांग्रेस से विधायक हैं। खबर थी कि वे अजय माकन के खिलाफ अपने दामाद की लॉबिंग कर रहे थे। गुरुवार को केंद्रीय नेतृत्व ने सभी विधायकों को दिल्ली बुलाया था। उसके बाद सभी लोगों को रायपुर रवाना किया गया। बताया जा रहा है कि इस दल में हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप शर्मा, कुलदीप विश्नोई और एक अन्य विधायक नहीं आए हैं। हरियाणा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं।
ये विधायक पहुंचे रायपुर
1.इसराना विधायक बलवीर सिंह
2.कलानौर से शकुंतला खटक
3.विधायक जय वीर वाल्मीकि
4.विधायक नीरज शर्मा
5.विधायक जगवीर मलिक पंहुचे
6.सुभाष गांगुली
7.मोहम्मद इल्यास
8.इंदु राज भालू
9.बी एल सैनी
10.मेवा सिंह
11.धर्मसिंह छोक्कर
12.रघुवीर कादयान
13. गीता भुक्कल
14. सुरेंद्र पवार
15.आफताब अहमद
16.बी बी बत्रा
17. मामन खान
18.कुलदीप वत्स, बादली विधायक
19. राजेन्द्र जून, बहादुरगढ़ विधायक
20. शीशपाल सिंह केहरवाला
21. रेणु बाला
22. शेली चौधरी
23. राव दान सिंह
24. प्रदीप चौधरी
25. शमशेर सिंह गोगी
26. भपेंद्र सिंह हुड्डा
27. वरुण चौधरी
28. अमित सिहाग
2016 में "पेन कांड' कर चुके है विधायक
कांग्रेस को हरियाणा में इतिहास से डर लग रहा है। 2016 के राज्यसभा चुनाव में राज्यसभा की एक सीट थी। इंडियन नेशनल लोकदल और कांग्रेस ने यहां संयुक्त रूप से आरके आनंद को टिकट दिया था। भाजपा के समर्थन से सुभाष चंद्रा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे। उस समय कांग्रेस में भूपेंद्र हुड्डा का खेमा खुश नहीं था। चुनाव हुआ तो कांग्रेस के 16 विधायकों के वोट निरस्त हो गए। कारण- मतदान के लिए जो खास स्याही वाला पेन दिया गया था, उन विधायकों ने वोट देने के लिए उसका इस्तेमाल ही नहीं किया। परिणाम यह रहा कि सुभाष चंद्रा आसानी से राज्यसभा पहुंच गए।