नई दिल्ली। नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का ठेका रतन टाटा के नेतृत्व वाले टाटा समूह को मिला है। समूह की इंफ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन कंपनी टाटा प्रोजेक्ट्स ने इसे लेने के लिए लाइन में लगी अन्य बड़ी कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए बाजी मारी है। गौरतलब है कि इस ठेके के लिए लार्सन एंड टुब्रो और साइरस मिस्त्री की शापूरजी पलौंजी ग्रुप भी रेस मे थीं।
2024 में शुरू होने की उम्मीद
रिपोर्ट के मुताबिक, यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) ने टाटा प्रोजेक्ट्स का चयन किया है। नोएडा एयरपोर्ट के 24 में शुरू होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत निर्मित किए जाने वाले इस एयरपोर्ट के पहले चरण में ज्यूरिख एयरपोर्ट 5,700 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश कर रही है। शुक्रवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और टाटा प्रोजेक्ट्स ने संयुक्त रूप से इस बात की जानकारी साझा की।
इन कामों को पूरा करेगी टाटा
बयान में कहा गया कि टाटा प्रोजेक्ट्स नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर टर्मिनल, रनवे, एयरसाइड इन्फ्रास्ट्रक्चर, रोड, युटिलिटीज, लैंडसाइट फैसिलिटीज और दूसरी इमारतों का निर्माण करेगी। रिपोर्ट के अनुसार, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण पूरा होने के बाद यह देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 25 नंवबर 2021 को जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी। इस पर करीब 20,000 करोड़ की लागत का अनुमान है।