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नई दिल्ली। इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माता Okinawa Autotech (ओकिनावा ऑटोटेक) मई में अपने सेगमेंट में भारत की टॉप ईवी निर्माता बन गई है। ब्रांड ने पिछले महीने भारत में अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर की 9,290 यूनिट्स बेचीं। क्योंकि देश में इस सेगमेंट में कुल बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। Ola Electric (ओला इलेक्ट्रिक), जो हाल ही में भारत की टॉप इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माता के रूप में उभरी थी,  बिक्री चार्ट में खिसक कर दूसरे स्थान पर चली गई है। सबसे बड़ा आश्चर्य Hero Electric (हीरो इलेक्ट्रिक) की बिक्री में गिरावट रही है, जो कुछ समय के लिए इस सेगमेंट पर हावी थी। 

नेशनल व्हीकल रजिस्ट्रेशन पोर्टल VAHAN के मुताबिक मई में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री में पिछले महीनों की तुलना में करीब 20 फीसदी की गिरावट आई है। कुल मिलाकर, पिछले महीने 39,339 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई। 

ओकिनावा ऑटोटेक, जिसने हाल ही में अपने लेटेस्ट हाई स्पीड इलेक्ट्रिक स्कूटर ओखी 90 लॉन्च किया था, की बिक्री मई में 11,011 इकाइयों से घटकर 9,290 इकाई रह गई। ओला इलेक्ट्रिक, जिसने पिछले साल अगस्त में एस1 और एस1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटरों के लॉन्च के बाद पिछले कुछ महीनों में बिक्री में तेजी देखी गई थी, की बिक्री में भी गिरावट दर्ज की गई है। अप्रैल में 12,702 यूनिट्स से, इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर ब्रांड की बिक्री पिछले महीने घटकर 9,196 यूनिट रह गई है। यह करीब 30 फीसदी की गिरावट है। 

Ampere Electric (एम्पीयर इलेक्ट्रिक) मई में 5,819 यूनिट्स के साथ सूची में तीसरे नंबर पर रही। अप्रैल में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता ने 6,540 यूनिट्स की बिक्री की थी। 

बेंगलुरु स्थित Ather Energy (एथर एनर्जी) ने मई में अब तक का सबसे अच्छा बिक्री महीना देखा। कंपनी ने पिछले महीने रिकॉर्ड 3,787 यूनिट्स की बिक्री की। फिर भी, इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता बिक्री सूची में चौथे नंबर पर पहुंच गई। अप्रैल में एथर ने 2,450 यूनिट्स की बिक्री की थी। 

सबसे बड़ा आश्चर्य हीरो इलेक्ट्रिक की बिक्री में गिरावट के रूप में सामने आया है। जिसने काफी समय तक इस सेगमेंट पर राज किया है। हीरो इलेक्ट्रिक इस साल अप्रैल में बेची गई 6,578 यूनिट्स के मुकाबले मई में सिर्फ 2,849 यूनिट्स की बिक्री कर सकी। 

हीरो इलेक्ट्रिक के सीईओ सोहिंदर गिल ने कहा, "अप्रैल हमारे लिए काफी खराब महीना था। हम 15 मई से ही उत्पादन फिर से शुरू कर सके। हम जिन सप्लाई चेन के मुद्दों का सामना कर रहे थे, उन्हें दूर करने में डेढ़ महीने का समय लगा। हमने अपनी उत्पादन लाइनों को फिर से तैयार किया है। और अब हम 200,000 यूनिट्स की क्षमता तक पहुंच गए हैं। हम अगले महीने से बाजार में टॉप खिलाड़ी बनकर वापस आ जाएंगे।" 

हाल के दिनों में इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी में लगने को लेकर पैदा हुई सुरक्षा चिंताओं, सप्लाई चेन और सेमी-कंडक्टर संकट जैसे मुद्दों को मई में भारत में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री में गिरावट का कारण माना जा रहा है। जानकारों के मुताबिक, इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की हालिया घटनाओं और गुणवत्ता के मुद्दों ने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की ओवरऑल बिक्री में गिरावट में अपनी भूमिका निभाई होगी।