रायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस 12 जून के अवसर पर लोगों से अपील की है कि बच्चे समाज और देश का भविष्य होते हैं। नींव की ईट की तरह देश के विकास में हर बच्चा महत्वपूर्ण है। लोग अपने थोड़े से स्वार्थ के लिए बच्चों का जीवन दांव पर ना लगाएं।
श्रीमती भेंड़िया ने कहा कि बाल श्रम, बाल तस्करी के कई मामले आज भी सामने आते रहते हैं। लोग कल-कारखानों सहित अपने घर-दुकानों में भी छोटे-छोटे बच्चों से काम करवाने लगे हैं। इस दौरान बच्चों से दुर्व्यवहार और हिंसा की कई घटनाएं भी प्रकाश में आई हैं। उन्होंने कहा कि 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से ऐसा काम लेना जो उनके स्वास्थ्य और जीवन के लिए असुरक्षित हो, कानूनन अपराध है। सरकार ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई करती है, लेकिन इसके लिए प्रत्येक नागरिक का जागरूक होना जरूरी है। बच्चों के प्रति किसी भी प्रकार के अवैधानिक नियोजन, हिंसा, अपराध और दुर्व्यवहार की घटनाओं के प्रति सजग और सतर्क रहें और इसकी सूचना पुलिस, चाइल्ड लाइन, महिला बाल विकास विभाग या प्रशासन तक पहुंचाएं। बच्चों के प्रति हमारी संवेदनशील सोच ही देश-प्रदेश का भविष्य तय करेगी।
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