मुंबई। आईपीएल मीडिया राइट्स के लिए ई-नीलामी मुंबई में रविवार (12 जून) को शुरू हुई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) वर्ष 2023 से 2027 तक के लिए मीडिया राइट्स बेच रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीवी और डिजिटल अधिकार के लिए बोली 42 हजार करोड़ को पार कर चुकी है। आईपीएल के मैच की वैल्यू 100 करोड़ हो चुकी है। पिछली बार यह करीब 55 करोड़ रुपये थी। सोमवार को नीलामी शाम छह बजे तक चलेगी। नीलामी पूरी नहीं होने की स्थिति में मंगलवार को भी प्रक्रिया जारी रहेगी।
नीलामी के लिए 12 कंपनियों ने टेंडर फॉर्म खरीदे थे। अब टेबल पर सात कंपनियां नीलामी में बोली लगाने के लिए मौजूद हैं। वायकॉम-रिलायंस, डिज्नी+हॉटस्टार, सोनी पिक्चर्स, जी ग्रुप, सुपरस्पोर्ट, टाइम्स इंटरनेट, फनएशिया नीलामी में भाग ले रही हैं।
एक सीजन में 94 हो सकती है मैचों की संख्या
मीडिया राइट्स खरीदने वाली कंपनियों को 2023 से 2025 तक तीन सीजन में 74-74 मैच मिल सकते हैं। 2026 और 2027 में मैचों की संख्या 94 पहुंच सकती है। इस साल चार अलग-अलग पैकेज में मीडिया राइट्स बेचे जा रहे हैं। पैकेज-ए में भारत के लिए टीवी राइट्स और पैकेज-बी में भारत के लिए डिजिटल राइट्स हैं। पैकेज-सी में चुनिंदा 18 मैच और पैकेज-डी में विदेशों में टीवी और डिजिटल राइट्स शामिल हैं।
अमेजन, गूगल और फेसबुक बाहर
स्टार के पास वर्तमान में मीडिया अधिकार हैं। उसे अपने ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी + हॉटस्टार के लिए साथी बोलीदाताओं से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। स्टार के अलावा रिलायंस वायकॉम स्पोर्ट18, अमेजन, जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज, ऐप्पल इंक, ड्रीम 11 (ड्रीम स्पोर्ट्स इंक), सोनी ग्रुप कॉर्प, गूगल (अल्फाबेट इंक), फेसबुक और सुपर स्पोर्ट (दक्षिण अफ्रीका), फनएशिया, फैनकोड सहित कई कंपनियों ने टेंडर फॉर्म खरीदे। इनमें से अमेजन, गूगल और फेसबुक ने पहले ही नीलामी से हटने का फैसला कर लिया।
स्टार के पास 2022 तक के लिए थे राइट्स
स्टार इंडिया ने सितंबर 2017 में 16,347.50 करोड़ रुपये की बोली लगाकर 2017 से 2022 तक के लिए मीडिया अधिकार खरीद लिए थे। उसने सोनी पिक्चर्स को हराया था। इस सौदे के बाद आईपीएल मैच की लागत लगभग 55 करोड़ रुपये हो गई थी। 2008 में सोनी पिक्चर्स नेटवर्क ने 8200 करोड़ रुपये की बोली लगाकर 10 साल के लिए मीडिया राइट्स अपने नाम किए थे।
मीडिया राइट्स को लेकर इतनी बहस क्यों?
बीसीसीआई को इस बार 45 से 50 हजार करोड़ रुपये तक मीडिया राइट्स के जरिए मिल सकते हैं। बोर्ड को आईपीएल की कमाई का 70 फीसदी हिस्सा यहीं से मिलता है। खास बात यह है कि इस कमाई पर उसे टैक्स भी नहीं देना पड़ता है, क्योंकि इनकम टैक्स के सेक्शन 12ए के तहत बीसीसीआई को आईपीएल की कमाई पर टैक्स देने की छूट है। देश भर में क्रिकेट के प्रचार के लिए ऐसा किया गया है।