राजकोट। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी-20 सीरीज का चौथा मैच भारत को राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेलना है। टी-20 मुकाबलों में भारत का अब तक इस मैदान पर पलड़ा भारी रहा है। टीम इंडिया ने अब तक यहां तीन टी-20 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उसने दो में जीत हासिल की है।
तीनों ही बार भारत ने यहां दूसरे नंबर पर बल्लेबाजी की है। भारतीय टीम इस सीरीज में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1-2 से पिछड़ी हुई है। ऐसे में राजकोट में बेहतर रिकॉर्ड ऋषभ पंत की टीम का मनोबल बढ़ाने का काम करेगा। भारत और दक्षिण अफ्रीका पहली बार इस मैदान पर टी-20 में टकराएंगे।
विशाखापट्टनम में जीत के बाद भारत ने अपनी धरती पर सात मैचों में दक्षिण अफ्रीका पर दूसरी जीत हासिल की। उसे पांच मैंचों में हार मिली है। हालांकि, कुल 18 मुकाबलों में भारत का पलड़ा 10 जीत के साथ भारी है, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने आठ मैच जीते हैं।
चहल, भुवनेश्वर ने लिए हैं तीन-तीन विकेट
इस सीरीज में भुवनेश्वर कुमार ने शानदार गेंदबाजी करते हुए छह विकेट लिए हैं। कटक में खेले गए दूसरे मैच में उन्होेंने 13 रन पर चार विकेट लिए थे। राजकोट के मैदान पर भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है। उन्होंने यहां दो मैच खेले है, जिसमें उन्होंने तीन विकेट लिए हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में 35 रन पर तीन विकेट लिए थे। यह मैच भारत ने जीता था।
युजवेंद्र चहल ने भी विशाखापट्टनम में 20 रन पर तीन विकेट लेकर अपनी लय हासिल कर ली है। चहल का भी राजकोट में प्रदर्शन ठीक रहा है। उन्होंने भी यहां दो मैचों में तीन विकेट लिए हैं। बांग्लादेश के खिलाफ 2019 में उन्होंने 28 रन देकर दो विकेट लिए थे। यह मैच भी भारत ने जीता था।
श्रेयस अय्यर भी यहां दो मैच खेल चुके हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ 2017 में उन्होंने 23 और बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने नाबाद 24 रन की पारी खेली थी। न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को 40 रन से हार मिली थी। यहां कोलिन मुनरो ने 109 रन बनाए थे। कप्तान ऋषभ पंत बांग्लादेश के खिलाफ यहां खेले थे, लेकिन उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। उन्होंने एक कैच और एक रन आउट किया था।
पंत की बल्लेबाजी चिंता का सबब
कप्तान बनने के बाद पंत ने पहली जीत तो जरूर हासिल कर ली, लेकिन उनकी बल्लेबाजी चिंता का सबब बनी है। दिल्ली में उन्होंने जरूर 29 रन बनाए, लेकिन उसके बाद उन्होंने सिर्फ पांच और छह रन ही बनाए हैं। पंत इस वक्त नंबर चार पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। कटक में उनका विफल होना भारत के हार में बड़ी वजह रही थी।
गायकवाड़ का फॉर्म में आना शुभ संकेत
ऋतुराज गायकवाड़ का फॉर्म में आना टीम इंडिया के लिए शुभ संकेत हैं। इस बल्लेबाज ने पहले दो मैच में एक और 23 रन बनाए, लेकिन तीसरे मैच में जब उनकी टीम को सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब उन्होंने न सिर्फ 57 रन बनाकर पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक लगाया। इसके अलावा ऋतुराज ने ईशान किशन के साथ महत्वपूर्ण 97 रन की साझेदारी भी की थी। राजकोट में भी भारतीय टीम का प्रदर्शन इस जोड़ी पर काफी हद तक निर्भर करेगा।
ऋतुराज ने फॉर्म में वापसी को लेकर क्या कहा?
अपने पहले छह टी-20 अंतरराष्ट्रीय में सिर्फ 120 रन बनाने वाले गायकवाड़ का कहना है कि वह शुरुआती असफलता से निराश नहीं थे। उन्होंने कहा कि पिछला आईपीएल उनका शानदार गया, जिससे लोगों को इस आईपीएल में उनसे उम्मीद जग गई। उन्होंने कहा कि आपके लिए कुछ दिन अच्छे होते हैं और कुछ दिन खराब, लेकिन मानसिक रूप से निरंतर बने रहना और प्रक्रिया पर भरोसा बनाए रखना अहम है। उन्होंने यही किया है।