0 360 घर आरण्यक ब्राम्हण समाज ने दिया भूपेश बघेल को न्योता
रायपुर। बस्तर के प्रसिद्ध गोंचा महापर्व में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल होंगे। शुक्रवार को 360 घर आरण्यक ब्राम्हण समाज ने CM को न्योता दिया है। CM को आमंत्रण के लिए तुपकी भेंट की गई है। वहीं मुख्यमंत्री ने तुपकी चलाकर न्योता को स्वीकार किया है। उन्होंने गोंचा पर्व में शामिल होने की बात कही है। भूपेश बघेल को आमंत्रण देने आबकारी मंत्री कवासी लखमा, बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल भी मौजूद थे।
दरअसल, जगदलपुर में मंगलवार को इंद्रावती नदी के 108 कलश के जल और चंदन से भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलभद्र के विग्रहों को चंदन स्नान कराया गया। इस परंपरा को निभाने के बाद बस्तर में गोंचा महापर्व की शुरुआत हो गई है। वहीं भगवान शालिग्राम की पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना की गई। जगदलपुर में यह परंपरा करीब 613 सालों से चली आ रही है। देव स्नान के बाद भगवान के विग्रहों को मुक्ति मंडप में स्थापित किया गया है।
वहीं सालों से चली आ रही परंपरा के अनुसार 15 जून से भगवान जगन्नाथ अनसर काल में हैं। इस दौरान भगवान का दर्शन वर्जित माना जाता है। 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज के सदस्यों ने बताया कि, महाराजा पुरुषोत्तम देव ने पुरी से लाए जगन्नाथ स्वामी के विग्रहों को बस्तर में स्थापित कर जगन्नाथपुरी की तर्ज पर यहां भी गोंचा पर्व की शुरुआत की थी।
इस दिन होंगे यह आयोजन
30 जून को नेतृत्व पूजा विधान होगा।
1 जुलाई को श्रीगोंचा रथ यात्रा पूजा विधान।
4 जुलाई को अखंड रामायण का पाठ होगा।
5 जुलाई को हेरापंचमी पूजा विधान सम्पन्न किया जाएगा।
6 जुलाई को निःशुल्क सामूहिक उपनयन संस्कार और छप्पन भोग का आयोजन किया जाएगा।
9 जुलाई को बाहुड़ा गोंचा पूजा विधान का आयोजन होगा।
10 जुलाई को देवशयनी पूजा विधान होगा।