0 कहीं कोई विरोध प्रदर्शन भी नहीं
0 रायपुर रेलवे स्टेशन पर 200 जवान तैनात
रायपुर। देश के कई राज्यों में भारतीय सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ का विरोध छत्तीसगढ़ तक पहुंच गया है। योजना के विरोध में 20 जून को भारत बंद का आह्वान किया गया है। हालांकि राजधानी रायपुर सहित अन्य जिलों में इसका असर अभी तक देखने को नहीं मिला है। बाजार सामान्य समय पर खुला। फिलहाल किसी तरह के विरोध प्रदर्शन की स्थिति शहर में नहीं बनी। रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
देश के कई राज्यों में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाया। ट्रेनें जला दी गईं। इसी के चलते सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। रायपुर के रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ के 200 से ज्यादा जवान लगातार मार्च कर रहे हैं। हथियारबंद जवान पूरी मुस्तैदी से चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं। हर आने जाने वाले यात्री की तलाशी भी ली जा रही है।
छत्तीसगढ़ पुलिस अलर्ट पर
छत्तीसगढ़ पुलिस के इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट को केंद्र से मिली जानकारी की वजह से प्रदेश के की पुलिस अलर्ट मोड पर है। सभी जिलों के एसपी को जिलों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी उपद्रवी पर फौरन कानूनी कार्रवाई करने के भी निर्देश हैं।
इस वजह से बवाल
भारतीय सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना लागू की गई है। जिसके तहत जवानों की भर्ती 4 साल के लिए होगी। इसके बाद मेरिट के आधार पर सिर्फ 25% जवानों को सेना में आगे की सेवा के लिए रखा जाएगा । बाकी को बाहर कर दिया जाएगा। इसी वजह से युवा विरोध कर रहे हैं। हालांकि केंद्र सरकार का कहना है कि सेना से निकाले गए 75% जवानों को दूसरी फोर्सेस में भर्ती के लिए आरक्षण दिया जाएगा । मगर युवा इस बात का विश्वास नहीं कर रहे।