मलाहाइड (आयरलैंड)। ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की अगुआई में भारतीय युवा क्रिकेट टीम रविवार को आयरलैंड के खिलाफ दो मैचों की टी-20 सीरीज के पहले मुकाबले में भिड़ेगी। डबलिन के मैदान पर जब टीम इंडिया उतरेगी तो उसकी नजर आयरलैंड के खिलाफ अभी तक के रिकॉर्ड पर होगी।
भारत ने आयरलैंड के खिलाफ तीन टी-20 मैच खेले हैं और हर बार जीत हासिल की है। दोनों टीमों के बीच पिछली भिड़ंत 2018 में हुई थी, तब विराट कोहली की अगुआई में भारत ने 2-0 से सीरीज अपने नाम किया था। टी-20 मैचों में टीम इंडिया की ओर से हार्दिक नौवें कप्तान के तौर पर नियुक्त हुए हैं।
सीनियर खिलाड़ी रोहित शर्मा और ऋषभ पंत के इंग्लैंड दौरे पर व्यस्त होने और लोकेश राहुल के चोटिल होने की वजह से आईपीएल चैंपियन गुजरात टाइटंस के कप्तान और ऑलराउंडर हार्दिक को टीम की कमान सौंपी गई है। वे टी-20 में भारत के नौवें कप्तान होंगे।
आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक कुल आठ कप्तानों ने टी-20 मैचों में कप्तानी की है और विराट कोहली और पंत को छोड़कर सभी ने अपना पहला मैच जीता है। लिहाजा पांड्या इस मैच को जीतकर कप्तानी के रिकॉर्ड को बरकरार रखना चाहेंगे।
दिनेश कार्तिक और सैमसन पर रहेंगी निगाहें
आयरलैंड के खिलाफ सीरीज में संजू सैमसन और ओपनर बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ पर सभी की निगाहें होंगी। सैमसन कई मौके मिलने के बाद भी टी-20 में खुद को स्थापित नहीं कर पाए हैं। ऐसे में उनके लिए मौका महत्वपूर्ण होगा।
वहीं, ऋतुराज को अगर मौका मिलता है तो उन पर दबाव होगा। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछली सीरीज में वह तेज गेंदबाजों के सामने असहज दिखे थे। वह चार मैचों में सिर्फ एक अर्धशतक लगा सके थे। ऐसे में राहुल त्रिपाठी को भी मौका दिया जा सकता है।
इसके अलावा कलाई की चोट से वापसी करने वाले सूर्यकुमार यादव के तीसरे या चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने की संभावना है। ईशान किशन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और वह उस लय को आगे बढ़ाना चाहेंगे। दिनेश कार्तिक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार फॉर्म में थे। उन्होंने टी-20 अंतरराष्ट्रीय का अपना पहला अर्धशतक भी लगाया था। ऐसे में वह शानदार बल्लेबाजी करना जारी रखना चाहेंगे।
चहल के साथ बिश्नोई या अक्षर करेंगे गेंदबाजी?
2018 के आयरलैंड दौर पर दो मैचों की सीरीज में स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने 28 विकेटों में से 13 विकेट अपने नाम किए थे। इस दौरान 14.3 ओवर फेंककर 87 रन दिए थे। तब कलाई के स्पिनरों के खिलाफ आयरलैंड के बल्लेबाज दबाव में दिखे थे। अब टीम में कुलदीप नहीं हैं, लेकिन इस बार चहल के साथ लेग स्पिनर रवि बिश्नोई की जोड़ी बन सकती है।
युवा बिश्नोई ने टी-20 मैचों में चार विकेट लिए हैं। ऐसे में सेलेक्टर्स उनके प्रदर्शन पर निगाह रखेंगे। हालांकि, अक्षर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछली सीरीज में शानदार गेंदबाजी की थी। इसके साथ ही वह लोअर ऑर्डर में बल्लेबाजी भी कर लेते हैं। ऐसे में ये देखने वाली बात होगी कि टीम मैनेजमेंट अक्षर और बिश्नोई में से किसे मौका देता है।
पहले बल्लेबाजी या चेज करना फायदेमंद?
अगर डबलिन में हुए मैचों के परिणाम के बारे में बात करें तो यहां पर रनों का पीछा करने वाली टीम फायदे में रही हैं। दूसरे स्थान पर बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 14 मैचों में से आठ अपने नाम किए हैं। पहले बल्लेबाजी करते समय औसत स्कोर 162 है और पीछा करते समय 161 का स्कोर है। 2018 सीरीज के दौरान भारत ने दोनों मैचों में पहले बल्लेबाजी करके विजेता रही थी। वहीं आयरलैंड ने डबलिन में आठ मैचों में से दो में जीत हासिल की है और वह जीत स्कॉटलैंड के खिलाफ रही है।
पांच खिलाड़ी कर सकते हैं डेब्यू
भारत की ओर से बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी और गेंदबाज उमरान मलिक और यॉर्कर विशेषज्ञ अर्शदीप सिंह को पहली बार भारत की जर्सी पहनने का मौका मिल सकता है। वहीं, आयरलैंड के कप्तान एंड्रयू बालबर्नी की अगुआई वाली टीम में पहली बार बल्लेबाज स्टीफन डोहेनी और तेज गेंदबाज कॉनर ओलफर्ट को टीम में जगह मिल सकती है।
आयरलैंड की टीम भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करके लोगों का ध्यान खींचने की कोशिश करेंगे। हालांकि, कप्तान बालबर्नी पहले ही कह चुके हैं कि रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति के बावजूद भारत की टीम बेहद मजबूत है।
टीम इंडिया: ईशान किशन, ऋतुराज गायकवाड़/राहुल त्रिपाठी, सूर्यकुमार यादव, संजू सैमसन/दीपक हुड्डा, हार्दिक पांड्या, दिनेश कार्तिक, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, युजवेन्द्र चहल, आवेश खान और हर्षल पटेल।
आयरलैंड: पॉल स्टर्लिंग, एंड्रयू बालबर्नी (कप्तान), गैरेथ डेलानी, हैरी टेक्टर, लोर्कन टकर (विकेटकीपर), कर्टिस कैंपर, एंडी मैकब्राइन, जॉर्ज डॉकरेल, मार्क अडायर, बैरी मैकार्थी, जोशुआ लिटिल।