0 किसानों को फसल बीमा दावा राशि का भुगतान करने में छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्य
0 वर्ष 2021-22 में राज्य के 5 लाख 66 हजार किसानों को 1063 करोड़ की बीमा दावा राशि का भुगतान
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सभी किसान भाइयों से अपनी खरीफ और उद्यानिकी फसलों का बीमा का बीमा कराने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने किसान भाइयों के नाम जारी अपनी अपील में कहा है, कि मौसम की अनिश्चितता और स्थानीय प्राकृतिक आपदा की स्थिति में भी किसानों की आय बनी रहे, इसलिए फसलों को बीमित कराना जरूरी है। शासन द्वारा किसान भाइयों को फसल बीमा की सुविधा प्रीमियम राशि पर उपलब्ध कराई जा रही है ।
खरीफ फसलों के बीमा के लिए किसान भाइयों को प्रीमियम राशि का 2 प्रतिशत और उद्यानिकी फसलों के बीमा के लिए प्रीमियम राशि का त्र 5 प्रतिशत अंशदान के रूप में देना होता है । किसान भाई थोड़ी सी रूचि और थोड़ी सी राशि जमा कर अपनी फसलों का बीमा कराकर बड़े जोखिम से बच सकते हैं। प्राकृतिक आपदा एवं मौसम की अनिश्चितता के चलते होने वाली फसल हानि,उत्पादन में कमी की भरपाई मिलने बीमा दावा राशि से हो जाती है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसान धान सिंचित एवं असिंचित ,अरहर, मूंग, उड़द, मक्का एवं उद्यानिकी फसलों का बीमा 15 जुलाई तक करा सकेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य में खेती-किसानी को समृद्ध और किसानों को खुशहाल बनाना छत्तीसगढ़ सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी नीतियों एवं योजनाओं को देश भर में सराहा जा रहा है। छत्तीसगढ़ की पहचान कृषि मॉडल राज्य के रूप में होने लगी है। किसानों को मदद पहुंचाने, उन्हें उनका हक दिलाने के मामले में छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्य है। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने अपने किसानों को सबसे पहले रबी सीजन 2021-22 की फसल बीमा दावा राशि का भुगतान किया है। खरीफ सीजन शुरू होने से पहले ही हमने डेढ़ लाख से ज्यादा किसानों को उनके द्वारा दी गई प्रीमियम राशि के एवज में 304 करोड़ 38 लाख रुपए के क्लेम राशि का भुगतान किया है। खरीफ सीजन 2021 में राज्य के 4 लाख से अधिक किसानों द्वारा दी गयी किसान प्रीमियम राशि के एवज में 758 करोड़ 43 लाख रुपए का भुगतान किया गया है ।
किसान भाइयों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और मौसम आधारित उद्यानिकी फसल बीमा योजना अंतर्गत दी जा रही सुविधाओं का लाभ उठाना चाहिए और जोखिम से बचने के लिए फसलों का अनिवार्य रूप से बीमा कराना चाहिए।