
0 पूर्व मंत्री बृजमोहन-मूणत समेत 500 कार्यकर्ता गिरफ्तार
रायपुर। प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर मंगलवार को विधानसभा का घेराव करने निकले भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर बवाल हुआ। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता व नेता पुलिस से भिड़ गए। इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, भाजपा जिला और प्रदेश संगठन स्तर के तमाम नेता शामिल हुए। पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन व राजेश मूणत समेत करीब 500 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
मंगलवार की दोपहर सभी कार्यकर्ता और नेता पंडरी मेन रोड के पास जीवन बीमा कार्यालय के करीब जमा हुए। ये सभी प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर विरोध जताने विधानसभा घेराव करने निकले थे। पुलिस ने पहले से ही कुछ दूरी पर बैरिकेडिंग कर रखी थी। जैसे ही भाजपा के नेता विधानसभा का घेराव करने आगे बढ़े। पुलिस के साथ झूमाझटकी शुरू हो गई। धक्का-मुक्की करते हुए नेता आगे बढ़े। 12 फीट ऊंचे बैरिकेड को भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने तोड़ दिया, बैरिकेड पर जा चढ़े।
सड़क पर विधायक बृजमोहन अग्रवाल और पूर्व मंत्री राजेश मूणत भी नारेबाजी कर रहे थे। समर्थकों के साथ मौजूद इन नेताओं ने विधानसभा की तरफ कदम बढ़ाए तो पुलिस ने रोका। कुछ देर बाद राजेश मूणत सड़क पर बैठ गए। इनके साथ समर्थक भी सड़क पर बैठकर धरना देने लगे। पुलिस के समझाने के बाद भी ना तो समर्थक उठने को राजी हुए ना ही राजेश मूणत।
500 कार्यकर्ता गिरफ्तार
पुलिस अधिकारियों ने राजेश मूणत के समर्थकों को बस में ठूंसना शुरू कर दिया। कार्यकर्ता उठने को राजी नहीं थे तो हाथ पांव पकड़कर पुलिस इन्हें उठा ले गई। कुछ देर बाद पुलिस के अफसर मूणत के पास भी पहुंचे। उनसे सड़क से उठने का आग्रह किया। मूणत ने हाथ जोड़कर सड़क से हटने पर मना कर दिया। फौरन बाद अफसरों ने मूणत को भी हाथ और पैर पकड़ कर उठा लिया। मूणत चिल्लाते रहे और पुलिस उन्हें उठाकर बस में ले गई। करीब 1 घंटे तक चले जबरदस्त हंगामे के बाद पुलिस ने बृजमोहन अग्रवाल समेत भाजपा के 500 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।
डीएसपी रैंक के अफसरों से धक्का-मुक्की
भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने बैरिकेड पार करने के लिए पूरी ताकत लगा दी। पुलिस के जवानों और डीएसपी रैंक के अफसरों से जबरदस्त धक्का मुक्की हुई। कुछ भाजपा कार्यकर्ता पुलिस का ही डंडा छीनकर इसी से पुलिस को धकेल रहे थे। कुछ कार्यकर्ताओं के साथ पुलिसकर्मी तू-तड़ाक पर उतर आए। बहस होने लगी तो पीछे से कार्यकर्ताओं की भीड़ से धक्का दे दिया। इस धक्कामुक्की में कुछ कार्यकर्ताओं और पुलिस के जवानों को खरोंच आने की खबर है। करीब 1 घंटे तक चले हाई वोल्टेज सियासी हंगामे के बाद भीड़ तितर बितर कर दी गई।
विधानसभा में भी हंगामा, बृजमोहन ने सदन में उठाया गिरफ्तारी का मुद्दा
सड़क पर चल रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से सदन में हंगामा हुआ। भाजपा के विधायकों ने विरोध प्रदर्शन पर पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ हंगामा किया। भाजपा का दावा है कि रायपुर में बेलगाम अपराध और बढ़ते नशे के कारोबार के खिलाफ ये प्रदर्शन किया गया। सदन में बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे को उठाया। बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुझे मारा गया। इतना ही नहीं सदन में हंगामे के बीच अग्रवाल ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज हुआ है।महिलाओं को मारा गया है। मुझे गिरफ्तार किया गया। फिर छोड़ा गया तब मैं 10 मिनट लेट सदन में आ पाया हूं। पुलिस के अधिकारी ने मेरा हाथ पकड़ा और कहा कि गिरफ्तार किया जा रहा है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संज्ञान में मामला है। बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा किया। इस पर भाजपा सदस्यों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। 10 मिनट स्थगित होने के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हो गई है। बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुझे विधानसभा आने से रोका गया। आसंदी से कहा गया कि जानकारी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि इसपर सरकार का जवाब आना चाहिए। मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मैं सारी जानकारी प्राप्त कर लेता हूं। अगर गिरफ्तारी की गई है तो सूचना विधानसभा को आनी ही चाहिए थी। बीजेपी विधायक नारायण चंदेल ने कहा कि विशेषाधिकार हनन का मामला है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुझे रास्ता बदलकर विधानसभा आना पड़ा। पुलिस ने बैरिकेड्स लगाया है। कार्यवाही में शामिल होने से विधायकों को रोका नहीं जा सकता। ये विशेषाधिकार का मामला है। दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। इस पर रविन्द्र चौबे ने कहा कि प्रिविलेज का मामला है, ये सूचना दे सकते हैं। अगर विधायक को हाथ पकड़कर कहा गया कि गिरफ्तार किया गया तो ये गंभीर मामला है। मैं जानकारी लेता हूं।

