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0 रायपुर में विधायक बोलीं-एक बार ठाकरे जी से पूछ लीजिए, किस तरह ईडी-सीबीआई से परिस्थितियां बनाई जाती हैं

रायपुर। झारखंड में सत्ताधारी महागठबंधन को महाराष्ट्र में महाअघाड़ी गठबंधन में सेंधमारी जैसा होने का डर सता रहा है। रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट में ठहरे कांग्रेस-झामुमो विधायकों ने गुरुवार रात प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि यहां रुकने की जरूरत क्यों आई, यह सवाल एक बार ठाकरे जी (महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे) से पूछ लीजिए। किस तरह ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर परिस्थितियां बनाई जाती हैं। विधायकों ने कहा कि भाजपा शुरू से ही विधायकों को तोड़ने की कोशिश में है, लेकिन हम लोग नहीं टूटे। यहां हम लोग एकजुटता दिखाने के लिए ही आए हैं।

झारखंड में राज्य कैबिनेट की बैठक खत्म होने के करीब एक घंटे बाद रायपुर में कांग्रेस-झामुमो गठबंधन के चार विधायक मीडिया से बात करने रिसॉर्ट के गेट तक आए। यहां सवाल उठा कि क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है। क्या इसी वजह से विधायकों को झारखंड से दूर इस रिसॉर्ट में रखा गया है। कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह ने कहा, एक बार ठाकरे जी (महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे) से पूछ लीजिए। किस तरह से परिस्थतियां बनाई जाती हैं। किस तरह से ईडी-सीबीआई कई सारे चैनलों का इस्तेमाल करके देश में लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है। दीपिका ने कहा, यह सवाल असम के समय क्यों नहीं हुआ जब महाराष्ट्र के लोगों का तमाशा बनाया जा रहा था। हम लोग तो अपनी प्राइवेसी में अपने खर्चे पर रहने वाले विधायक हैं। हमें किसी से किसी तरह के पैसे खर्च कराने की जरूरत नहीं है। लेकिन आज यह परिस्थिति ही क्यों आई। उन्होंने कहा, झारखंड में 50 से अधिक की संख्या में विधायक सरकार के साथ हैं। उसके बाद भी सरकार को अस्थिर करने का जो प्रयास हो रहा है वह बहुत शर्मनाक है। यह सवाल प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से होने चाहिए कि क्या मजबूरी हुई कि विधायकों को अपना काम छोड़कर यहां रहना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, झारखंड कैबिनेट ने ऐसे फैसले लिए हैं कि वहां उल्लास का माहौल है। हम उनकी खुशियों में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। हम उनकी तकलीफ में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। विधायक सुदिव्य सोनू, दीपिका पांडे सिंह, स्टीफन मरांडी के साथ झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर बातचीत के लिए आए थे।

हम एक साथ रहकर सरकार बचाना चाहते हैं, यह हमारा अधिकारः दीपिका पांडेय
विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि अगर घर में चोरी का डर है तो दरवाजा और ताला मजबूत करना पड़ता है। हम एक साथ रहकर सरकार का बहुमत बचाना चाहते हैं। यह हमारा अधिकार है। विधायक दीपिका पांडेय ने कहा कि केंद्र सरकार के सौतेले रवैए के बावजूद हम कार्यों को करने का काम कर रहे हैं। हेल्थ से जुड़े मुद्दों पर केंद्र का सौतेला व्यवहार देखने को मिल रहा है। राज्य की खुशहाली के लिए जो काम किए जाते हैं, वो आज हो रहा है। सीएम असाध्य रोग योजना में हमने बदलाव किए हैं। भाजपा की ओर से दारू और मुर्गा पार्टी के आरोपों पर कहा कि अपने कूवत में रहने वाले विधायक हैं हम। यह सवाल असम में होना था। झारखंड में होना था। संख्या होने के बाद भी हमारी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। आज हम अपनी जनता के खुशियों और तकलीफ में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि यह सबको दिख रहा है कि देश में क्या हो रहा है।

भाजपा ने तोड़ने की कोशिश की लेकिन नहीं टूटेः मरांडी
विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा कि भाजपा शुरू से ही विधायकों को तोड़ने की कोशिश में है, लेकिन हम लोग नहीं टूटे। यहां भी हम लोग एकजुटता दिखाने के लिए ही आए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अब यह अफवाह उड़ा दिया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस्तीफा देने जा रहे हैं। ऐसा कुछ नहीं है। सरकार को कोई खतरा नहीं है। सभी विधायक एकजुट हैं।

झारखंड सरकार ने 5 सितम्बर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया
रांची में कैबिनेट की बैठक में सरकार ने 5 सितम्बर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि एक दिन के सत्र में झारखंड सरकार विश्वास प्रस्ताव पेश करेगी। इससे एक दिन पहले रायपुर के रिसॉर्ट से सभी विधायकों को विशेष विमान से रांची ले जाया जाएगा।  

भारी पुलिस बल की मौजूदगी में झारखंड के विधायकों ने प्रेस से बात की। - Dainik Bhaskar