जयपुर/नई दिल्ली/ पलक्कड़। राजस्थान कांग्रेस में जारी सियासी टकराव का असर 10 जनपथ से लेकर भारत जोड़ो यात्रा पर दिखने लगा है। सोमवार सुबह तक विवाद नहीं सुलझने के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को केरल से दिल्ली भेजा है। वेणुगोपाल दिल्ली में आकर सोनिया गांधी से मिलेंगे, जहां राजस्थान गए ऑब्जर्वर्स को भी बुलाया गया है।
विधायकों ने बात करने से इनकार किया
राजस्थान कांग्रेस के 80 से ज्यादा विधायकों ने हाईकमान से भेजे गए ऑब्जर्वर्स मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन से नहीं मिलने की बात कही है। रविवार देर रात तक खड़गे-माकन बागी गुट के नेतृत्व कर रहे मंत्री शांति धारीवाल, प्रताप सिंह खचरियावास समेत 4 लोगों से मुलाकात की, लेकिन बात नहीं बनी।
सूत्रों के मुताबिक राजस्थान में जो सियासी उठापटक शुरू हुई है, उससे कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी नाराज हैं। सोनिया ने देर रात ही अजय माकन से हर हाल में प्रस्ताव लेकर आने के लिए कहा था, जिसके बाद विधायकों ने 3 शर्तें रख दीं, जिसे हाईकमान ने मानने से इनकार कर दिया है।
गहलोत गुट ने माकन-खड़गे के सामने 3 पॉइंट का एजेंडा रखा
खड़गे और माकन के सामने अशोक गहलोत के गुट ने 3 बिंदुओं का प्रस्ताव रखा है। गहलोत गुट का कहना है कि नया सीएम सरकार बचाने वाले 102 विधायकों में से ही होना चाहिए, यानी सचिन पायलट को सीएम न बनाया जाए। इसके साथ ही नए सीएम की घोषणा 19 अक्टूबर को अध्यक्ष के चुनाव के बाद की जाए और गहलोत के पसंद का ही मुख्यमंत्री बनाया जाए।