वेरावल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में अपने तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन रविवार को कहा कि लोकतंत्र के इस उत्सव को एक-एक नागरिक को मनाना चाहिए।
श्री मोदी ने आज सुबह सोमनाथ मंदिर में दर्शन करके पूजा-अर्चना की। उसके बाद वेरावल में जनसभा को गुजराती में संबोधित करते हुए कहा कि सौराष्ट्र में एक प्रकार से यह मेरी पहली रैली है और वह भी सोमनाथ दादा की पवित्र धरती पर से।
उन्होंने कहा इस बार का अपना लक्षांक अलग है भाई और लोगों से पूछा पूरा करोगे ना। इस बार पुराने रिकॉर्ड तोड़ने हैं। मैं आपके पास इसलिए ही आया हूं। आप पोलिंग बूथ में पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ कर ज्यादा से ज्यादा मतदान करा सकेंगे तो मेरा यहां आना सफल होगा। चुनाव लोकशाही का उत्सव है। मतदान तो करना ही चाहिए। सभी कमल का बटन दबाएं एसा हम नहीं कहते परंतु मतदान आवश्यक है। लोकतंत्र के इस उत्सव को एक-एक नागरिक को मनाना चाहिए, मेंरा आप सब को आग्रह है।
उन्होंने कहा कि लोकशाही रक्षा की जवाबदारी भी हमें ही निभानी है। सुशासन से गुजरात को प्रगति की नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए एक भी पोलिंग बूथ एसा ना हो जिसमें भाजपा का विजय ना हुआ हो। भाइयो भाजपा को जिताना है। इस बार हमें सभी पोलिंग बूथ जीत कर लोकशाही के उत्सव को मनाना है। सभी सर्वे करने वाले कह रहे हैं कि भाजपा की तो सरकार बनने वाली है। आप लोगों को अपने सारे काम का हिसाब देना वो मेरा कर्तव्य है। आप को भी अपना कर्तव्य निभाना है। दूसरी मेरी इच्छा है कि नरेंद्र के सारे रिकॉर्ड भूपेंद्र तोड़ें। उसके लिए नरेन्द्र काम करे। हमें पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ने हैं क्यों कि अपने गुजरात को प्रगति की राह पर ले जाना है। उसके लिए हमें जितनी मेहनत करनी पड़े करेंगे। गुजरात की जनता ने भाजपा को हमेशा आशीर्वाद दिया है। इस बार भी जनता आशीर्वाद देगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य के 33 जिलों की कुल 182 विधानसभा सीटों के लिये दो चरणों में चुनाव होगा। राज्य के 89 सीटों पर पहले चरण में एक दिसंबर को तथा शेष की 93 सीटों पर पांच दिसंबर को चुनाव होगा। मतगणना आठ दिसंबर को और मतदान की प्रक्रिया दस दिसंबर को पूरी हो जाएगी। हिमचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव की मतगणना भी उसी दिन होनी है।
पिछले 24 साल से गुजरात में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में है और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस रही है। पंजाब चुनाव जीतने के बाद इस बार आम आदमी पार्टी ने गुजरात में भी पूरी ताकत लगा दी है जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है और समीकरण बदलने के आसार दिख रहे हैं।