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नई दिल्ली। पेटीएम से अब आप किसी भी दूसरे पेमेंट ऐप पर सीधे मोबाइल नंबर की मदद से ही पैसा भेज सकते हैं। यह सुविधा देने वाला पेटीएम पहला ऐप है। अभी तक ऐप से पेमेंट के चार ही ऑप्शन थे। पहला- क्यूआर कोड स्कैन करके, दूसरा- यूपीआईआईडी से। तीसरा- एक ही प्लेटफॉर्म के दो यूजर के बीच फोन नंबर से और चौथा- बैंक अकाउंट डिटेल की मदद से। फोनपे और गूगलपे के बाद पेटीएम तीसरा सबसे बड़ा यूपीआई पेमेंट ऐप है।

तेजी से बढ़ रहा यूपीआई का चलन
यूपीआई से होने वाले लेन-देन का दायरा लगातार बढ़ रहा है। यूपीआई के जरिए अक्टूबर में कुल 730 करोड़ ट्रांजैक्शन किए गए। अक्टूबर में कुल 12.11 लाख करोड़ रुपए से अधिक का यूपीआई ट्रांजैक्शन हुआ। सितंबर में 11.16 लाख करोड़ रुपए के 678 करोड़ यूपीआई ट्रांजैक्शन हुए थे।

यूपीआई की लॉन्चिंग से क्रांति
2016 में यूपीआई की लॉन्चिंग के साथ ही डिजिटल पेमेंट की दुनिया में एक क्रांति आ गई। यूपीआई ने सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी। इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था। वॉलेट में KYC जैसी झंझट है, जबकि यूपीआई में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता।

यूपीआई को एनपीसीआई ऑपरेट करता है
भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन आरबीआई के पास है। IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से यूपीआई ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था।