चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने लगातार 200वें साउंडिंग रॉकेट आरएच-200 को सफलतापूर्वक लांच किया है जो संगठन के लिए ऐतिहासिक और गौरव का विषय है। इसरो के सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि आरएच 200 ने लगातार 200वीं सफल उड़ान बुधवार को टीईआरएलएस लांच पैड से दिन में 11:55 बजे भरी।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसरो के अंतरिक्ष विभाग के चेयरमैन एवं सचिव डॉ. एस. सोमनाथ के साथ इस ऐतिसाहिक पल को देखा। टीईआरएलएस के थुम्बा के तट से इसरो के बहुमुखी साउंडिंग रॉक्ट आरएच200 का सफल लांच किया गया जिसके लिए 200@200 कार्यक्रम आयोजित किया गया।
श्री कोविंद ने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) समुदाय को संबोधित करते हुए डॉ विक्रम साराभाई, प्रो सतीश धवन और डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सहित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान में अग्रणी लोगों के महत्वपूर्ण योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि हमें इस आरएच200 के ऐतिहासिक पल में देश के अनुसंधान एवं विकास समुदाय पर गर्व है। भारतीय रॉकेट विज्ञान के लिए नवंबर एक महत्वपूर्ण माह होता है। देश की धरती से 21 नवंबर, 1963 को पहला साउंडिंग रॉकेट लॉन्च किया गया था।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. सोमनाथ ने कहा कि रॉकेट विज्ञान एक गंभीर कार्य है।
हाल ही में एक छोटे रॉकेट का निजी लांच किया गया था जिससे इसरो ने 1960 के दशक के अंत में प्रदर्शित किए गए प्रयास का अनुकरण किया। उन्होंने कहा,'अभी एक लंबा रास्ता तय करना है और हर कदम पूरी लगन के साथ उठाया जाना है। इसके बाद पूर्व राष्ट्रपति ने अंतरिक्ष संग्रहालय और नियंत्रण केंद्र का दौरा किया और आरएच200 की लगातार 200वीं सफल उड़ान देखी।