Head Office

SAMVET SIKHAR BUILDING RAJBANDHA MAIDAN, RAIPUR 492001 - CHHATTISGARH

tranding

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह जी-20 की भारत की अध्यक्षता के प्रति समर्थन देने के लिए फ्रांस और अमेरिका के राष्ट्रपतियों सहित वैश्विक नेताओं को धन्यवाद दिया है।

श्री मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के एक ट्वीट का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया,“ धन्यवाद मेरे प्यारे दोस्त @एम्मानुएल मैक्रां! मैं भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान आपसे गहराई से परामर्श करने को उत्सुक हूं, क्योंकि हम व्यापक रूप से मानवता को समग्र रूप से प्रभावित करने वाले मुद्दों पर दुनिया का ध्यान केंद्रित करने के लिए काम करते हैं। 

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के बधाई ट्वीट के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीटर कहा कि आपका समर्थन महत्वपूर्ण है। जापान ने वैश्विक कल्याण में बहुत योगदान दिया है और मुझे विश्वास है कि विश्व विभिन्न मोर्चों पर जापान की सफलताओं से सीखता रहेगा। एटकिशिदा230। 
श्री मोदी ने इसी तरह स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल के बधाई संदेश के जवाब में मोदी ने उनकी शुभकामनाओं और उनके उदार शब्दों के लिए आभार व्यक्त किया और ट्वीट किया।

अमेरिकी राष्ट्रपति श्री जो बाइडेन को भी धन्यवाद करते हुए श्री मोदी ने ट्विटर पर कहा, “धन्यवाद एट अमेरिका के राष्ट्रपति आपका बहुमूल्य समर्थन भारत की जी-20 अध्यक्षता के लिए शक्ति का स्रोत होगा। यह महत्वपूर्ण है कि हम सब मिलकर एक बेहतर दुनिया का निर्माण करें।

श्री बाइडेन ने भारत को जी20 की अध्यता संभालने पर बधाई देते हुए ट्वीट किया था कि भारत अमेरिका का एक मजबूत भागीदार है, और मैं भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन करने के लिए तत्पर हूं। साथ मिलकर हम जलवायु, ऊर्जा और खाद्य संकट जैसी साझा चुनौतियों से निपटते हुए सतत और समावेशी आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाएंगे। 

भारत ने पहली दिसंबर को जी20 की अध्यक्षता संभाली। जी20 सकल वैश्विक घरेलू उत्पाद के 85 प्रतिशत हिस्से और आबदी के दो तिहाई हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है।
भारत जी20 की अगले वर्ष शिखर बैठक की अध्यक्षता करेगा। इससे पहले पूरे वर्ष कार्यक्रमों का एक लम्बा सिलसिला चलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 की भारत की अध्यक्षता शुरू होने पर एक लेख में ‘ धरा एक ,कुटुम्ब एक,भविष्य एक’ की भावना को प्रोत्साहित करने का भारत का संकल्प जताया है।