0 राहुल गो-बैक के नारे, यात्रा का टेंट जलाने की कोशिश
सवाईमाधोपुर। भारत जोड़ाे यात्रा में मंगलवार को राहुल गांधी से दलित युवाओं ने उन पर होने वाले अत्याचारों को लेकर शिकायतें की। युवाओं की मांग थी कि उन पर करीब चार साल पहले भारत बंद के दौरान दर्ज मुकदमें वापस हों। युवाओं ने कहा कि दलितों की जमीनों पर कब्जों को हटाने और अत्याचार को बंद करने के लिए ठोस व्यवस्था की जाए। वहीं, मुस्लिम युवाओं ने राजनीतिक प्रतिनिधित्व का मुद्दा उठाया।
इन सभी शिकायतों पर राहुल ने यात्रा में साथ चले रहे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री से बात कर सभी शिकायतें दूर कराएं। राहुल ने दलित संगठनों से बात करते हुए कहा कि देश का संविधान दलितों ने दिया, लेकिन देश के हर क्षेत्र में एससी, एसटी व ओबीसी की पूरी भागीदारी नहीं है।
राजस्थान में चल रही राहुल की यात्रा कल पांचवें जिले दौसा में एंट्री करेगी। आज यात्रा ने सवाई माधोपुर के अजनौटी तक 22 किलोमीटर से ज्यादा का सफर किया।
वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि 16 दिसंबर को यात्रा के 100 दिन पूरा होने पर राहुल गांधी जयपुर जाएंगे। वहां सुनिधि चौहान के म्यूजिक इवेंट में सभी यात्री शामिल होंगे।
इस बीच दौसा शहर में मंगलवार को राहुल गांधी गो बैक के नारे लिखे मिले। इसकी जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। शहर के आगरा रोड और लालसोट ओवरब्रिज पर लिखे इन स्लोगन को तुरंत मिटाया गया है।
एक दिन पहले सोमवार रात को राहुल की यात्रा कैंप के टेंट में आग लगाने की कोशिश की गई। सवाईमाधोपुर के बामनवास में सोमवार देर रात कुछ अज्ञात लोग कार से आए। इस दौरान वहां यात्रा के लिए खाना बनाया जा रहा था। इस बीच 10 से 15 लोगों ने आकर टेंट में गोवंश छोड़कर आग लगाने की तैयारी कर रहे थे।
एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने गोवंश को खदेड़ने की कोशिश के दौरान आरोपियों की बात सुन ली। पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी भागने लगे, पुलिस ने पीछा कर 4 लाेगों को पकड़ लिया है।
डोटासरा की राहुल से शिकायत
आज सुबह यात्रा में एक बेरोजगार उर्दू टीचर ने राजस्थान सरकार के स्टाफिंग पैटर्न की राहुल से शिकायत की। सवाई माधोपुर के इकराम अहमद ने कहा कि मुसलमानों को केवल वोट बैंक समझा जाता है, वोट के लिए याद किया जाता है, लेकिन जब मुसलमान को हक देने की बात आती है तो वह नहीं मिलता। उर्दू टीचर की भर्ती इसका उदाहरण है।
इस पर राहुल ने पूछा की ऐसा क्यों कह रहे हैं, क्या हुआ। युवा ने कहा कि 2021 के बजट में 2100 उर्दू शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की थी, लेकिन केवल 300 की भर्ती की। स्टाफिंग पैटर्न बदला गया, तब ये गोविंद सिंह डोटासरा ही शिक्षा मंत्री थे। इनके कार्यकाल से ही भर्ती अब तक अटकी है।
राहुल गांधी ने डोटासरा से कहा कि युवाओं की रोजगार नौकरी की दिक्कतों को हर हाल में दूर किया जाए। इसके बाद राहुल गांधी ने बेरोजगार उर्दू टीचर को गले लगाया और उर्दू टीचर्स से लेकर माइनॉरिटी की दिक्कतों को दूर करने आश्वासन दिया।