अलवर। सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की 'भारत जोड़ो यात्रा' अब राजस्थान के अंतिम पड़ाव में आ गई है। यात्रा का मंगलवार को प्रदेश में 16 वां दिन है जिसके बाद ये कल यानी बुधवार को हरियाणा में प्रवेश कर जाएगी। अलवर शहर के कटि घाटी से सुबह करीब आधे घंटे देरी से शुरू हुआ कारवां आज भी करीब 23 किलोमीटर का सफर तय करेगा। आज की यात्रा रामगढ़ पहुंचकर संपन्न होगी।
पूर्व सीएम चन्नी समेत कई नेता हुए शामिल
अलवर से शुरू हुई यात्रा में आज पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, अलवर के पूर्व सांसद भंवर जितेंद्र सिंह, मंत्री टीकाराम जूली, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित प्रदेश के कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी रही। सभी नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं।
जगह-जगह हो रहा स्वागत
'भारत जोड़ो यात्रा' के मार्ग पर जगह-जगह ज़ोरदार स्वागत किया जा रहा है। कहीं नुक्कड़ सभाएं तो कहीं लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां यात्रा मार्ग पर आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। जिन क्षेत्रों से यात्रा गुज़र रही हैं, वहां राहुल गांधी का क्रेज़ साफ़ नज़र आ रहा है। राहुल की एक झलक पाने के लिए लोग यात्रा मार्ग के दोनों ओर बेसब्री से इंतज़ार करते देखे जा रहे हैं। राहुल और यात्रा के पहुँचने पर उनका ज़ोरदार स्वागत किया जा रहा है। यात्रा को कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी खासा उत्साह नज़र आ रहा है।
अब हरियाणा में होगी एन्ट्री
'भारत जोड़ो यात्रा' कल बुधवार को राजस्थान सीमा से निकलकर हरियाणा में प्रवेश कर जाएगी। जारी हुए संशोधित कार्यक्रम के अनुसार यात्रा को कल हरियाणा में प्रवेश करना है। 21 दिसंबर को नूंह में रहने के बाद यात्रा 22 दिसंबर को सोहना और फिर 23 दिसंबर को फरीदाबाद पहुंचेगी।
राजस्थान में 18 दिन में 520 किमी पैदल यात्रा की
राजस्थान में कुल 520 किमी पैदल यात्रा में कुल 18 दिन लगे हैं और 6 जिलों को कवर किया है। अशोक गहलोत तो इस यात्रा को वरदान के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने तो यह भी कहा है कि इस यात्रा का चुनाव में भी बहुत असर पड़ेगा।
अलवर से 'दिल्ली' को साध गए राहुल
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को अलवर के मालाखेड़ा में हुई जनसभा से 'दिल्ली' को साध गए। उनके सम्बोधन में केंद्र की मोदी सरकार निशाने पर रही। उन्होंने कहा कि यात्रा को 100 दिन से ज्यादा समय बीत चुका है। भाजपा कार्यालय के कुछ लोग मिलते हैं और वह लोग बात भी करना चाहते हैं, लेकिन कर नहीं पाते हैं, क्योंकि उनको मना किया गया है। जो कार्यकर्ता मुझसे बात करते हैं मैं उनको बताना चाहता हूं कि मैं नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं। ये राहुल गांधी नहीं पूरा संगठन बोल रहा है। हमारे देश में धर्म और जाति के नाम पर लोगों को आपस में लड़वाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह देश मोहब्बत का देश है।