नई दिल्ली। शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा है कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास पर खर्च में 60 फीसदी की बढोतरी की गयी है और यह 8700 करोड़ रूपये तक पहुंच गया है।
श्री प्रधान ने बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के जवाब में कहा कि शिक्षा का विषय राज्यों के दायरे में आता है और इस क्षेत्र में प्राथमिक खर्च राज्यों द्वारा किया जाता है जबकि केन्द्र सरकार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मदद करती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान पर खर्च में 60 फीसदी की बढोतरी की है जिससे यह राशि 8700 करोड़ रूपये पहुंच गयी है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अकेले केन्द्र सरकार राशि का आवंटन नहीं करती कई अन्य विभाग तथा मंत्रालय भी इसके लिए राशि आवंटित करते हैं।
उन्होंने कहा कि केन्द्र तथा इन सभी विभागों तथा मंत्रालयों की राशि को यदि जोड़ा जाये तो यह एक लाख 23 हजार करोड़ रूपये हो जाती है। उन्होंने कहा कि वैश्विक जरूरतों को देखते हुए इस क्षेत्र में आवंटन को बढाया जा रहा है।
श्री प्रधान ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में शिक्षा के लिए एक लाख करोड़ रूपये से अधिक की राशि का आवंटन किया गया है जो एक वर्ष में आवंटित की गयी अब तक की सबसे अधिक राशि है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिक्षा पर सकल घरेलू उत्पाद का कितना प्रतिशत खर्च किया जाता है इसका सटीक आंकड़ा अभी उनके पास नहीं है लेकिन मौटे अनुमान के तौर पर यह 4.6 प्रतिशत के करीब है।