Head Office

SAMVET SIKHAR BUILDING RAJBANDHA MAIDAN, RAIPUR 492001 - CHHATTISGARH

tranding

0 सरकार ने एशिया का सबसे लंबा रोपवे बंद किया

देहरादून। उत्तराखंड के चमौली जिले में जमीन और पहाड़ धंस रहे हैं। जोशीमठ में भी इसका असर दिख रहा है। यहां 561 घरों में दरारें आ गई हैं। अब तक 66 परिवार पलायन कर चुके हैं। घटना के बाद राज्य सरकार ने एशिया के सबसे लंबे रोपवे को बंद कर दिया है। 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थिति का जायजा लेने के लिए जल्द ही क्षेत्र का दौरा करेंगे। उन्होंने बताया कि इसकी जांच करने के लिए एक्सपर्ट्स की एक टीम आज जोशीमठ जाएगी। धामी ने लोगों के राहत और बचाव के लिए जरुरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

हेल्पलाइन नंबर किया गया जारी
जोशीमठ के मुख्य डाकघर में दरारें आ गई हैं, जिसके बाद उसे दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है। ज्योतिर्मठ परिसर के भवनों और लक्ष्मी नारायण मंदिर के आसपास बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। इस पूरी घटना को देखकर प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। 8171748602 में कॉल करके प्रभावित लोग मदद मांग सकते हैं।

नाराज लोगों ने मशाल जुलूस निकाला
सरकार की कार्यशैली से नाराज लोगों ने बुधवार को मशाल जुलूस निकालकर प्रोटेस्ट किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जमीन के नीचे से अब पानी का रिसाव हो रहा है। जगह जगह से पानी निकल रहा है। घरों में दरारें आ रही हैं, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से इसे रोकने के लिए अहम कदम उठाने की मांग की है।

लोगों के विरोध के बाद बनाई गई थी 5 सदस्यीय टीम
भूवैज्ञानिक, इंजीनियर और अफसरों की 5 सदस्यीय टीम ने पहले दरारों की जांच कर चुकी है। इस पांच सदस्यीय टीम में जोशी मठ के नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार, एसडीएम कुमकुम जोशी, भूवैज्ञानिक विशेषज्ञ दीपक हटवाल, कार्यपालक इंजीनियर (सिंचाई) अनूप कुमार डिमरी और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी शामिल थे। दरअसल, 24 दिसंबर को जोशीमठ के लोगों ने प्रशासन पर शहर को बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाने का आरोप लगाते हुए विरोध मार्च निकाला था। इसी के बाद प्रशासन ने टीम तैयार की थी।

सूत्रों की माने तो इस पैनल ने पाया कि जोशीमठ के कई हिस्से मानव निर्मित और प्राकृतिक कारणों से डूब रहे हैं। भू-धंसाव का कारण पेड़ों और पहाड़ों की कटान भी है। जोशीमठ के लगभग सभी वार्डों में बिना योजना के खुदाई भी की जा रही है, इसी कारण मकानों और दुकानों में दरारें आ रही हैं।

जोशीमठ के सिंहधार और मारवाड़ी में दरारें बढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। लोगों की घरों में लंबी-लंबी दरारें आई हैं।

घरों के अलावा कई जगह सड़कों में भी दरारें सामने आई हैं। कई जगह पहाड़ भी धंस रहे हैं।