0 विपक्ष बोला- 40% कमीशन वाली सरकार इसके लिए जिम्मेदार
बेंगलुरु। बेंगलुरु के नागवारा में मंगलवार को अंडर कंस्ट्रक्शन मेट्रो पिलर गिरने से एक महिला और उसके ढाई साल के बेटे की मौत हो गई। महिला का पति और एक बेटी गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला का परिवार बाइक से जा रहा था, तभी पिलर उनके ऊपर गिर गया। महिला के जुड़वां बच्चों में से बेटे की जान चली गई, जबकि बेटी गंभीर है।
घटना के बाद इस पर सियासत भी शुरू हो गई है। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि यह हादसा 40% कमीशन वाली सरकार के कामकाज का नतीजा है। इसी वजह से किसी काम में क्वालिटी नहीं बची है। वहीं, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। बेंगलुरु मेट्रो के MD ने पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
बाइक पर गिरा पिलर, मां-बेटे ने मौके पर ही दम तोड़ा
पुलिस के मुताबिक घटना HBR लेआउट के पास आउटर रिंग रोड पर सुबह करीब 11 बजे हुई। लोहिथ कुमार, उनकी पत्नी तेजस्विनी और उनके जुड़वां बच्चे बाइक से गुजर रहे थे। यहां नम्मा मेट्रो स्टेशन का काम चल रहा है। मेट्रो पिलर के लिए लोहे के सरिए से बने पिलर का स्ट्रक्चर खड़ा किया जा रहा था, जो उनकी बाइक पर गिर गया।
हादसे में तेजस्विनी और उनके ढाई साल के बेटे विहान की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, लोहित और उनकी बेटी हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि बाइक सवार महिला और पुरुष दोनों ने हेलमेट पहना हुआ था।
घटना के बाद सड़क पर लंबा ट्रैफिक जाम
पिलर की ऊंचाई 40 फीट से ज्यादा और वजन कई टन बताया जा रहा है। इस घटना के चलते कुछ देर के लिए ट्रैफिक जाम हो गया। FSL और अन्य विशेषज्ञों की टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया। इलाके के एडिशनल CP ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।
काम में क्वालिटी का पूरा ध्यान: मेट्रो के एमडी
पिलर गिरने के बाद बेंगलुरु मेट्रो के MD मौके पर पहुंचें। उन्होंने दावा किया कि उनकी कंपनी काम में क्वालिटी का पूरा ध्यान रखती है। उन्होंने कहा कि केस की विस्तार से जांच के बाद ही पता लग सकेगा कि इसके पीछे कोई तकनीकी कारण है या मानवीय गलती से यह हादसा हुआ।