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0 केंद्र सरकार ने भी दी मंजूरी

रायपुर। स्कूलों के मध्यान्ह भोजन-मिड डे मील योजना में मोटे अनाजों से बने व्यंजनों को शामिल कर लिया गया है। अब छत्तीसगढ़ के 12 जिलों में स्कूली बच्चों को सप्ताह में चार दिन कोदो-कुटकी और रागी से बना व्यंजन खिलाया जाएगा। केंद्र सरकार ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। इससे पहले स्कूलों में सोया चिक्की की वितरण किया जा रहा था। इस फैसले से राज्य सरकार के मिलेट मिशन को रफ्तार मिलेगी।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार देर शाम बताया कि मैंने पत्र लिखकर केंद्र सरकार को मध्यान्ह भोजन योजना में मिलेट्स शामिल करने का प्रस्ताव दिया था, जिसे अब मंजूरी मिल गई है। मैं केंद्र सरकार को धन्यवाद देता हूं। अब राज्य के 12 जिलों में सप्ताह में 4 दिन, सोया चिक्की के स्थान पर मिलेट्स से बने खाद्य पदार्थ स्कूली बच्चों को मिलेंगे।' बताया जा रहा है, लोक शिक्षण संचालनालय ने दो फरवरी को ही स्कूलों में पौष्टिक आहार देने की योजना के तहत सोया चिक्की देने के फैसले में संशोधन का प्रस्ताव दिया था। कहा गया था, मिलेट से बने व्यंजन देने से बच्चों में कुपोषण को कम करने में मदद मिलेगी। छत्तीसगढ़ में मिलेट्स के उत्पादन के लिए किसानों को भरपूर प्रोत्साहन दिया जा रहा है। कोदो, कुटकी-रागी जैसे मिलेट का समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जा रहा है। इसके अलावा मिलेट मिशन के अंतर्गत राज्य के मिलेट्स उत्पादक किसानों को 9 हजार रुपए की इनपुट सब्सिडी प्रदान की जा रही है। वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया गया है।

सात जिलों के साथ शुरू हुआ था सोया चिक्की वितरण
प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के तहत स्कूलों में सोया चिक्की वितरण दो साल पहले शुरू हुआ था। पिछले साल प्रदेश के सात जिलों दुर्ग, गरियाबंद, कोरिया, सूरजपुर, रायगढ़, बलौदा बाजार और बलरामपुर में इसका वितरण शुरू हुआ। बाद में इसको बढ़ाया गया। मिलेट्स मिशन शुरू होने पर सरकार ने आंगनबाड़ी, मिड-डे-मील और सार्वजनिक वितरण प्रणाली में इस सुपर फूड को शामिल करने पर जोर बढ़ा।

अभी रायपुर में चल रहा है मिलेट कॉर्निवल
राजधानी रायपुर के नेताजी सुभाष स्टेडियम में छत्तीसगढ़ मिलेट कॉर्निवल चल रहा है। शनिवार को प्रसिद्ध शेफ विकास चावला ने मिलेट्स को भोजन में शामिल करने के फायदे बताए। उन्होंने मूली मिलेट्स का पराठा और सावा की खिचड़ी बनाकर लोगों को खिलाया। इसके साथ उन्होंने मिलेट्स को पकाने का सही तरीका बताते हुए दर्शकों को छोटे-छोटे टिप्स भी दिए। इस तीन दिवसीय कॉर्निवल का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य लघुवनोपज संघ और आईआईएमआर हैदराबाद संयुक्त रूप से कर रहे हैं।