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0 ये एक तरह का डिजिटल क्रेडिट कार्ड होगा

मुंबई। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को बताया कि बैंकों की प्री-अप्रूव्ड क्रेडिट लाइंस से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी यूपीआई को जोड़ा जाएगा। वहीं आरबीआई और नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) यूपीआई अरेंजमेंट के लिए कई देशों के साथ चर्चा भी कर रहे हैं। इससे यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के फुटप्रिंट में इजाफा होगा। आरबीआई गवर्नर ने गुरुवार को मॉनेटरी पॉलिसी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये बात कही।

भारत-सिंगापुर के बीच क्रॉस-बार्डर पेमेंट की शुरुआत
2 महीने पहले पीएम नरेन्द्र मोदी और सिंगापुर के पीएम ली हसीन लूंग ने भारत और सिंगापुर के बीच क्रॉस-बार्डर पेमेंट कनेक्टिविटी की शुरुआत की थी। इसके लिए UPI को सिंगापुर के पेनाऊ (PayNow) से जोड़ा गया है। दोनों देशों के लोग QR कोड या अपने बैंक खातों से जुड़े मोबाइल नंबर के जरिए तुरंत (रियल टाइम) पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। ये सर्विस 24x7 उपलब्ध है।

प्री-अप्रूव्ड क्रेडिट लाइंस से यूपीआई को जोड़ा जाएगा
आरबीआई गवर्नर ने यूपीआई के जरिए बैंकों की और से प्री अप्रूव्ड क्रेडिट लाइनों के ऑपरेशन की अनुमति देकर यूपीआई के दायरे का विस्तार करने का प्रस्ताव भी दिया। यानी एक तरह से आपके पास एक डिजिटल क्रेडिट कार्ड होगा जिसका इस्तेमाल आप यूपीआई के जरिए कर सकेंगे। यस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड और लीड एनालिस्ट शिवाजी थपलियाल के मुताबिक, बैंक अब फिजिकल की जगह डिजिटल क्रेडिट कार्ड ऑफर कर सकेंगे। इसमें पीओएस/स्वाइप मशीन जैसे एक्सपेंसिव फिजिकल एक्सेप्टेंस इंफ्रास्ट्रक्चर की भी जरूरत नहीं होगी।

2016 में हुई यूपीआई की शुरुआत
2016 में यूपीआई की लॉन्चिंग के साथ ही डिजिटल पेमेंट की दुनिया में एक क्रांति आ गई। यूपीआई ने सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी। इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था। वॉलेट में केवायसी जैसी झंझट है, जबकि यूपीआई में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता। पेनाऊ सिंगापुर में एसोसिएशन ऑफ बैंक्स द्वारा विकसित यूपीआई की तरह का ही एक पेमेंट सिस्टम है। भारत में आरटीजीएस और एनईएफटी पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन आरबीआई के पास है। IMPS, RuPay, UPI, जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती हैं।

ग्राहकों को कैसे होगा फायदा?
0 ग्राहकों को अलग-अलग कार्ड कैरी नहीं करना पड़ेगा। अपने मोबाइल से ही यूपीआई के जरिए पेमेंट कर सकेंगे।
0 समय की बचत होगी। क्रेडिट कार्ड बनने में थोड़ा समय लगता है। क्रेडिट लाइन अप्रूवल के बाद तुरंत मिल जाएगी।
0 पॉइंट-ऑफ-परचेज क्रेडिट एक्सपीरियंस सीमलेस हो जाएगा। ये BNPL सेक्टर में ट्रांसफॉरमेशनल ग्रोथ ला सकता है।