0 मोदी-बाइडेन ड्रोन सौदे का करेंगे ऐलान
वॉशिंगटन। अमेरिका की जीई एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के बीच फाइटर प्लेन के इंजन बनाने का समझौता हो गया है। इसके तहत अब भारतीय लड़ाकू विमानों के इंजन भारत में ही बनेंगे। पहले जीई इन्हें सप्लाई करती थी। जीई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के समय हुए इस समझौते को ऐतिहासिक बताया है। न्यूज एजेंसी ने व्हाइट हाउस के हवाले से जानकारी दी है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी के साझा बयान में भारत को हथियारबंद ड्रोन बेचे जाने का ऐलान होगा।
कंपनी ने कहा है कि वह भारत में इंजन बनाने के लिए अमेरकी सरकार से रक्षा निर्यात संबंधी आवश्क लाइसेंस प्राप्त करने में लगी है। यह करार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्तमान अमेरिका यात्रा की एक बड़ी उपलधि के रूप में देखा जा रहा है। अमेरिका में ओहियो स्थित कंपनी जीई एयरोस्पेस ने कहा है कि इस करार के तहत उसके एफ414 जेट इंजन का भारत में एचएएल के साथ मिलकर विनिर्माण किए जाने की संभावना है। जीई एयरोस्पेस ने कहा है कि वह इसके लिए अमेरिकी सरकार से निर्यात संबंधी आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करने के लिए बातचीत कर रही है।
जीई एयरोस्पेस के मुख्य अधिशासी अधिकारी एच लारेंस कल्प जूनियर ने एक बयान में कहा कि हमारे एफ414 इंजन बेजोड़ हैं। इससे दोनों देशों को आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण लाभ मिल सकते हैं क्योंकि हम अपने ग्राहकों के लिए उनके सैन्य बेड़े की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सर्वोत्तम इंजन बनाने में उनकी मदद करते हैं।”
उन्होंने एचएएल और जीई एयरोस्पेस के बीच इस करार को ‘ऐतिहासिक’ बताया और कहा कि यह भारत और एचएएल के साथ हमारी पूरानी भागीदारी के चलते संभव हो सका है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच निकट सहयोग के राष्ट्रपति बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी के सपने की प्रगति में सहयोग की अपनी भूमिका निभाते हुए हमें गर्व है।
जीई भारत में इंजीनियरिंग, विमानन, सेवा और विनिर्माण क्षेत्र में काम कर रही है। एचएएल द्वारा विकसित तेज विमानों में इस समय जीई के ही एफ404 इंजन लगाए जा रहे हैं। एफ414 की ताकत बेजोड़ है।
बाइडेन ने मोदी के लिए प्राइवेट डिनर होस्ट किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे के दूसरे दिन बुधवार को रात करीब 9 बजे (अमेरिकी समय के मुताबिक) प्राइवेट डिनर के लिए व्हाइट हाउस पहुंचे। यहां राष्ट्रपति बाइडेन और फर्स्ट लेडी ने उनका स्वागत किया। डिनर में भारतीय एनएसए अजित डोभाल और अमेरिका के एनएसए जेक सुलिवन मौजूद थे। डिनर मेन्यू में बाइडेन का पसंदीदा पास्ता और आइसक्रीम शामिल थी। पीएम मोदी ने उन्हें मैसूर के चंदन से बना एक खास बॉक्स गिफ्ट दिया, जिसे जयपुर के कारीगरों ने बनाया है। इस बॉक्स के अंदर भगवान गणेश की एक मूर्ति और एक दिये के साथ छोटी-छोटी डिब्बियों में 10 गिफ्ट्स हैं। ये सभी गिफ्ट्स भारतीय परंपरा के मुताबिक तय किए गए हैं।
फ्लाइट लाइन सेरेमनी के साथ स्वागत, कंपनियों के सीईओ से मिले
अमेरिका दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी वॉशिंगटन पहुंचे। भारतीय समय के मुताबिक बुधवार रात करीब 12 बजे जॉइंट बेस एंड्रयूज पर मोदी का स्वागत फ्लाइट लाइन सेरेमनी के साथ किया गया। इस दौरान अमेरिकी एयरफोर्स ने दोनों देशों के राष्ट्रगान की धुन बजाई। पीएम मोदी को अमेरिका के चीफ प्रोटोकॉल ऑफिसर रूफस गिफर्ड ने रिसीव किया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
फर्स्ट लेडी के साथ नेशनल साइंस फाउंडेशन पहुंचे पीएम मोदी
इससे पहले भारतीय समय के मुताबिक बुधवार देर रात करीब 1:30 बजे पीएम मोदी ने अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन के साथ अलेक्जेंड्रिया (वर्जीनिया) में नेशनल साइंस फाउंडेशन का भी दौरा किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका, दो ऐसे इन्क्लूसिव देश हैं जो सस्टेनेबल ग्रोथ का इंजन बनेंगे। इस दौरान अमेरिका में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू और भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने अमेरिका और भारत के छात्रों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि यहां आते ही मुझे इतने युवा और क्रिएटिव लोगों से जुड़ने का मौका मिला। जिल बाइडेन ने इतना व्यस्त होने के बावजूद इस कार्यक्रम का आयोजन किया, मैं इसके लिए आभारी हूं। उनके साथ शामिल होना सम्मान की बात है।