0 अजित ने कहा- सभी सांसद, विधायक और नेता पहुंचें
मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना के बाद अब एनसीपी में सियासी लड़ाई बढ़ती जा रही है। पार्टी पर कब्जे के लिए शरद पवार और अजित पवार के बीच लड़ाई शुरू हो गई है। पहला शरद पवार गुट और दूसरा अजित पवार ग्रुप। दोनों ने अपनी ताकत दिखाने के लिए कल यानी बुधवार को बैठक बुलाई है।
2 जुलाई को 8 विधायकों के साथ शपथ लेने के बाद अजित पवार और बाकी बागियों को शरद पवार ने एनसीपी से निकाल दिया था। इसके बाद अजित पवार ने अपनी नई पार्टी बना ली। अजित ने मंगलवार को मुंबई में मंत्रालय के सामने अपने नए पार्टी दफ्तर का ऐलान किया और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कैबिनेट मीटिंग में भी शामिल हुए।
इसके बाद अजित पवार ने सभी एनसीपी सांसदों, विधायकों, विधानसभा परिषद के सदस्यों, पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं को मंगलवार को बांद्रा के एमईटी पहुंचने को कहा है।
वहीं शरद पवार ने भी मंगलवार को वाईबी चव्हाण सेंटर यानी एनसीपी दफ्तर में पार्टी की मीटिंग की। इसमें कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले मौजूद रहीं। बुधवार को भी यहीं मीटिंग होगी। एनसीपी के दोनों गुटों के अलावा शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और कांग्रेस ने भी बैठकें बुलाईं।
अजित के दफ्तर के उद्घाटन पर हुआ हंगामा
अजित पवार के नए पार्टी दफ्तर के उद्घाटन से पहले वहां हंगामा हुआ। अजित पवार समर्थकों ने आरोप लगाया कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने उन्हें दफ्तर की चाबी नहीं सौंपी थी। इसलिए गेट को धक्का मारकर खोला गया। हालांकि बाद में अजित वहां पहुंचे और पार्टी दफ्तर का उद्घाटन किया। इस बीच अजीत के ऑफिस में अपनी तस्वीर लगाए जाने के बाद शरद पवार का बयान आया कि जिन लोगों ने मेरी विचारधारा को धोखा दिया, उन्हें मेरी तस्वीर का इस्तेमाल करने का कोई अधिकार नहीं है।
प्रफुल्ल पटेल का दावा- 51 विधायक भाजपा के साथ जाना चाहते थे, पवार ने रोका
प्रफुल्ल पटेल ने मंगलवार को दावा किया कि 2022 में 53 में से 51 एनसीपी विधायकों ने शरद पवार से कहा था कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार गिरने के बाद भाजपा के साथ हाथ मिलाने की संभावना तलाशी जानी चाहिए। जयंत पाटिल भी इनमें से एक थे। पर शरद पवार ने सभी को ऐसा करने से रोक दिया।
कानूनी लड़ाई की तैयारी में शरद पवार
इधर एनसीपी संकट पर शरद पवार गुट के क्लाइड क्रैस्टो ने कहा कि अजित पवार गुट कानूनी दांव-पेच चल रहा है। हमें अपना काम करना होगा। एनसीपी का मतलब अब भी शरद पवार ही है, घड़ी का चुनाव चिन्ह भी उनके पास है और वे अभी भी पार्टी के एक्टिव प्रेसिडेंट हैं।
पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण बोले-एनसीपी की तस्वीर कल साफ होगी
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम व कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि एनसीपी के 53 विधायक थे, अगर 37 से ज़्यादा विधायक अजित पवार के साथ जाते हैं तो दल-बदल कानून से बच सकते हैं। अगर 35 से कम रहे तो निलंबन तय है, जो शिवसेना के समय हुआ था, वही होगा। तस्वीर कल तक साफ होगी।