0 जनता का दावा-बिजली नहीं, आटा-चीनी महंगी, पीने को पानी नहीं
मुजफ्फराबाद। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में लोग मंहगाई के खिलाफ पाकिस्तान सरकार को कोस रहे हैं। जनता का दावा है की pok में कई दिनों से पानी, गैस और बिजली की किल्लत चल रही है। जिसकी वजह से लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मुजफ्फराबाद में लोग दाने-दाने के लिए तरस रहे हैं। बिजली मंहगी होने से घरों में अंधेरा पसरा है।
भारत में विलय की दी चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने मांगें तुरंत पूरी न होने पर गृहयुद्ध और भारत में विलय की चेतावनी दी। इस दौरान पाकिस्तान सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए और कसमें खाई गईं। इससे पहले भी पीओके में एक शिया मौलवी के खिलाफ एफआईआर को लेकर स्कर्दू में बड़े पैमाने पर सभाएं हुई थीं और बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन देखा गया था। स्कर्दू में शिया समुदाय ने भी ईशनिंदा कानूनों में संशोधन पर अपना असंतोष व्यक्त किया है।
शिया मौलवी की गिरफ्तारी से नाराजगी
मामला बाकिर अल-हुसैनी की टिप्पणी से जुड़ा है जिसे कुछ लोगों ने 'ईशनिंदा' बताया था। 22 अगस्त को बाकिर की टिप्पणी के खिलाफ सुन्नी बहुल डायमेर जिले में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने काराकोरम राजमार्ग (केकेएच) को दो दिनों तक अवरुद्ध कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने बाकिर के बयान को ईशनिंदा बताते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी। प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को समझाने और केकेएच को खुलवाने की कोशिश की लेकिन वह अपने प्रयासों में असफल रहा।
ईशनिंदा की आलोचना पर मौलवी अरेस्ट
इस प्रदर्शन के जवाब में शिया-बहुल स्कर्दू में भी भारी विरोध प्रदर्शन और रैलियां आयोजित की गईं। लोगों ने बाकिर के खिलाफ एफआईआर को रद्द करने की मांग की और कहा कि बाकिर अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगेंगे। बाकिर ने पहले कहा था कि वह अपने रुख पर कायम हैं और कभी माफी नहीं मांगेंगे, चाहे उनके खिलाफ कितनी भी एफआईआर दर्ज हो या उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाए या मार दिया जाए।
कारगिल का रास्ता खोलने की मांग
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर प्रशासन पंजाब के लिए राजमार्ग खुला नहीं रख सकता है तो वे भी वहां नहीं जाना चाहते हैं। इसके बजाय वे कारगिल के लिए मार्ग खोलने के लिए कहें। इलाके में मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर प्रशासन ने स्कर्दू में सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया है। केकेएच के बंद होने के कारण कथित तौर पर कई पर्यटक क्षेत्र में फंसे हुए हैं. सोशल मीडिया पर हाईवे खोले जाने की खबरें सामने आ रही हैं लेकिन यह अभी भी पूरी तरह से नहीं खुला है और माहौल काफी तनावपूर्ण बना हुआ है।