0 बांग्लादेश और मॉरिशस के प्रधानमंत्रियों से बातचीत हुई
नई दिल्ली। नई दिल्ली में 9 से 10 सितंबर को होने वाली जी20 समिट की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। जी20 मेंबर्स के मेहमानों के आने का सिलसिला जारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जियो मेलोनी के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ नई दिल्ली पहुंच चुके हैं। इसके अलावा कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और तुर्किये के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोगन भी भारत पहुंच चुके हैं। वहीं चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग व रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी सम्मेलन में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंच चुके हैं।
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी पत्नी के साथ दिल्ली पहुंचे हैं। जी20 समिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी 15 वर्ल्ड लीडर्स से बाइलेट्रल बातचीत करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इनमें से 3 द्विपक्षीय वार्ता उनके आवास पर होंगी।
शुक्रवार शाम मोदी ने मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जुगनाथ से मुलाकात की। इसके बाद वो बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मिले। दोनों के बीच करीब 27 मिनट बातचीत हुई।
हमें चुनौतीपूर्ण समय में अध्यक्षता मिली
समिट शुरू होने से एक दिन पहले जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि भारत को इस संगठन की अध्यक्षता चुनौतीपूर्ण समय में मिली है। दुनिया आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रही है। श्री कांत ने आगे कहा कि भारत ने महसूस किया कि हमें अपनी अध्यक्षता 'वसुधैव कुटुंबकम'- दुनिया एक परिवार है की थीम के साथ शुरू करनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की अध्यक्षता समावेशी, निर्णायक और महत्वाकांक्षी होनी चाहिए। हम इस पर खरे उतरे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन जी20 समिट के लिए भारत पहुंचे, पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे
0 छोटे परमाणु रिएक्टरों पर समझौता संभव
0 दोनों देशों के बीच जीई जेट इंजन डील पर भी बात आगे बढ़ सकती है
नई दिल्ली/वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन जी20 समिट के लिए 3 दिन के दौरे पर भारत आ गए हैं। वे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लैंड हुए। यहां केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने उन्हें रिसीव किया। बाइडेन इसके बाद भारत में अमेरिकी एम्बेसडर एरिक गार्सेटी और उनकी बेटी से भी मिले। अमेरिकी राष्ट्रपति पीएम आवास पर मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
अमेरिका के एनएसए जेक सुलिवन ने बताया कि इस दौरान दोनों देशों के बीच सिविल न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा होगी। इस दौरान छोटे मॉड्यूलर परमाणु रिएक्टरों पर समझौता हो सकता है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच जीई जेट इंजन डील पर भी बात आगे बढ़ सकती है।
साथ ही दोनों नेताओं के बीच रूस-यूक्रेन जंग पर बातचीत होगी। इस दौरान इकोनॉमिक और सोशल लेवल पर जंग के असर को कम करने पर चर्चा की जाएगी। व्हाइट हाउस के मुताबिक मोदी-बाइडेन गरीबी से लड़ने के लिए वर्ल्ड बैंक सहित दूसरे मल्टीलेटरल डेवलपमेंट बैंक की क्षमता बढ़ाने और कई दूसरे ग्लोबल चैलेंज पर भी बात करेंगे।
बाइडेन भारत आने वाले अमेरिका के 8वें राष्ट्रपति होंगे। खास बात ये है कि भारत की आजादी के शुरुआती 50 साल में केवल 3 अमेरिकी राष्ट्रपति भारत के दौरे पर आए थे। वहीं, पिछले 23 सालों में ये किसी अमेरिकी राष्ट्रपति का छठा दौरा होगा। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहावर (दिसंबर 1959), रिचर्ड निक्सन (अगस्त 1969), जिमी कार्टर (जनवरी 1978), बिल क्लिंटन (मार्च 2000), जॉर्ज बुश (मार्च, 2006), बराक ओबामा (नवंबर, 2010 और जनवरी, 2015) व डोनाल्ड ट्रम्प (फरवरी 2020) भारत दौरे पर आ चुके हैं।