रायपुर। चुनाव आयोग ने सोमवार को छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों में चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है। छत्तीसगढ़ में 2 चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण में 7 नवंबर को 20 सीटों पर और दूसरे चरण में 17 नवंबर को 70 सीटों पर मतदान होगा। दोनों चरण के नतीजे एक साथ 3 दिसंबर को आएंगे।
चुनाव आयोग के मुताबिक 7 नवंबर को पहले चरण में 20 सीटों पर वोटिंग होगी, जिसमें बस्तर संभाग की 12 और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटें शामिल हैं। इन 20 सीटों में राजनांदगांव, डोंगरगढ़ (एससी), डोंगरगांव, खुज्जी, पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, मोहला-मानपुर (एसटी), कांकेर (एसटी), अंतागढ़ (एसटी), भानुप्रतापपुर (एसटी), केशकाल (एसटी), कोंडागांव (एसटी), नारायणपुर (एसटी), बस्तर (एसटी), जगदलपुर, चित्रकोट (एसटी), दंतेवाड़ा (एसटी), बीजापुर (एसटी) व कोंटा (एसटी) शामिल हैं। वहीं दूसरे चरण में बाकी 70 सीटों पर मतदान होगा। पहले चरण की 13 विधानसभा सीटें आरक्षित हैं। इनमें बस्तर संभाग की जगदलपुर सीट के अलावा सभी 11 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। वहीं डोंगरगढ़ सीट अनुसूचित जाति और मोहला मानपुर अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। पहले चरण की सीटों पर भाजपा ने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, जबकि कांग्रेस ने कहीं भी टिकट घोषित नहीं किया है।
पिछली बार 66 दिन लगे, इस बार 55 दिन
इस बार चुनाव पिछली बार से पहले हो रहे हैं। पिछली बार आचार संहिता 6 अक्टूबर 2018 को लगी थी, चुनाव 12 नवंबर और 20 नवंबर को हुए थे। 11 दिसंबर को रिजल्ट जारी हुआ था। शपथ ग्रहण 17 दिसंबर को हुआ था। पिछली बार आचार संहिता के बाद कुल 66 दिन लगे थे नई सरकार बनने में, इस बार 55 दिन लगेंगे।
क्राइम रिकॉर्ड न्यूज पेपर में बताना होगा
नई दिल्ली में चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि, आपराधिक पृष्ठभूमि वालों को तीन बार न्यूज पेपर में अपनी जानकारी देनी होगी। वहीं राजनीतिक दलों को भी बताना पड़ेगा कि ऐसे प्रत्याशियों को टिकट देने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ में कुल 2.03 करोड़ मतदाता हैं। इनमें 1.01 करोड़ पुरुष वोटर्स तो 1.02 करोड़ महिला वोटर्स हैं, जबकि 18 से 22 साल की आयु के 18.68 लाख मतदाता हैं। आदिवासी इलाके में स्पेशल पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे।
सी विजिल ऐप पर शिकायतें कर सकेंगे लोग
आचार संहिता लागू होते ही अब सी विजिल ऐप के जरिए लोग चुनाव संबंधी अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। इस ऐप से चुनावी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
पांच उपचुनाव हुए, पांचों कांग्रेस ने जीते
प्रदेश में भानुप्रतापपुर, मरवाही, चित्रकोट, दंतेवाड़ा और खैरागढ़ में पांच उपचुनाव हुए। इनमें से दो में पहले से कांग्रेस के विधायक थे चित्रकोट में दीपक बैज और भानुप्रतापपुर में मनोज मंडावी। मरवाही में अजीत जोगी और खैरागढ़ में देवव्रत सिंह जोगी कांग्रेस के विधायक थे। दोनों का निधन हो गया। इधर, दंतेवाड़ा में भाजपा के विधायक भीमा मंडावी का निधन हुआ। इस तरह पांच उपचुनाव हुए, जिनमें 2 में पहले से कांग्रेस के विधायक थे और बाकी 3 में दूसरे दलों के विधायक थे। ये सभी चुनाव कांग्रेस ने जीते और अपनी सीट 68 से 71 कर ली। उपचुनाव के बाद भाजपा के पास 14 सीटें थीं। वैशाली नगर से विद्यारतन भसीन के निधन हो जाने के बाद ये सीट रिक्त है। दो सीटें बहुजन समाज पार्टी के पास हैं।