0 पीएम ने 511 स्किल डेवलपमेंट सेंटर लॉन्च किए
0 बोले- 16 देशों में 40 लाख मौके,
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत के स्किल्ड युवाओं की डिमांड बढ़ रही है। बहुत से देश ऐसे हैं जहां सीनियर सिटीजन्स की संख्या बहुत ज्यादा है और बुजर्गों की संख्या बढ़ रही है। वहां ट्रेंड युवा बहुत मुश्किल से मिल रहे हैं।
इस बारे में किए गए सर्वे से पता चला है कि दुनिया के 16 देश करीब 40 लाख स्किल्ड युवाओं को अपने देश में नौकरी देना चाहते हैं। इन देशों में स्किल्ड प्रोफेशनल्स की कमी है। कंस्ट्रक्शन सेक्टर, टूरिज्म इंडस्ट्री, हॉस्पिटलिटी और ट्रांसपोर्ट जैसे बहुत सारे सेक्टर हैं जहां आज विदेशों में बहुत डिमांड है।
पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महाराष्ट्र के 34 जिलों में बनाए 511 प्रमोद महाजन ग्रामीण स्किल डेवलपमेंट सेंटर लॉन्च करने के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा लंबे समय तक सरकारों स्किल डेवलमेंट को लेकर न चिंता थी न वैसी दूर दृष्टि थी। इसका बहुत बड़ा नुकसान हमारे नौजवानों को उठाना पड़ा। इंडस्ट्री में डिमांड होने के बावजूद, नौजवानों में टेलेंट होने के बावजूद स्किल डेवलपमेंट न होने से युवाओं के लिए नौकरी पाना अत्यंत कठिन हो गया था। ये हमारी सरकार है जिसने युवाओं में स्किल डेवलपमेंट की गंभीरता को समझा है। हमने स्किल डेवलमेंट के लिए अलग मंत्रालय बनाया। हमारी सरकार के स्किल डेवलमेंट सेंटर्स में 1.3 करोड़ युवाओं को ट्रेंड किया गया है।
महाराष्ट्र के 34 जिलों में बनाए गए हैं सेंटर
दिवंगत भाजपा नेता प्रमोद महाजन के नाम पर ये सेंटर महाराष्ट्र के 34 जिलों में बनाए गए हैं, जहां ग्रामीण आबादी ज्यादा है। पीएमओ से मिली जानकारी के मुताबिक, ये सेंटर रोजगार को लेकर ग्रामीण युवाओं को अलग-अलग क्षेत्रों की स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग देंगे। हर सेंटर पर कम से कम दो कोर्सेस में 100 युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी।
ये सेंटर युवाओं को नौकरी के लिए शहर जाने से रोकेंगे
राज्य के कौशल, रोजगार, उद्यमिता मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने 17 अक्टूबर को कहा था- अब तक महाराष्ट्र की 28 हजार ग्राम पंचायतों में कोई भी स्किल डेवलपमेंट सेंटर नहीं था। स्किल डेवलपमेंट पीएम मोदी के लिए एक जरूरी विषय है। इसलिए हमने 500 ग्राम पंचायतों में ये सेंटर शुरू करने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि ये सेंटर युवाओं को नौकरी के लिए गांव से शहर जाने से रोकने में मदद करेंगे। भविष्य में ऐसे केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।