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0 इजराइल के खिलाफ साझा रणनीति तैयार 
0 तीनों आतंकी गुटों को साथ लाने में ईरान कामयाब

बेरूत। इजराइल के खिलाफ लेबनान का आतंकी संगठन हिजबुल्लाह, फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद और हमास एकजुट हो गए हैं। तीनों संगठनों के लीडर्स ने बेरूत में मुलाकात की। इस दौरान गाजा और वेस्ट बैंक में हो रहे इजराइली हमलों को रोकने पर चर्चा हुई। यरुशलम पोस्ट के मुताबिक, इस बैठक को ईरान के मंसूबों की कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है।

ईरानी मीडिया अल-मयादीन के मुताबिक, इस बैठक से तीनों संगठनों के बीच बढ़ता को-ऑर्डिनेशन दिख रहा है। दरअसल, ईरान कई सालों से चाहता था कि तीनों संगठन मिलकर इजराइल के खिलाफ मोर्चा खोल दें। अब ऐसा ही कुछ हो भी रहा है।

हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला कर दिया। 8 अक्टूबर को लेबनान की तरफ से भी हिजबुल्लाह ने इजराइल पर रॉकेट दागे। फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद ने भी रॉकेट से हमले किए। इजराइल ने दावा किया कि इस्लामिक जिहाद का एक मिसफायर हुआ रॉकेट गाजा के अस्पताल पर गिरा जिससे करीब 500 लोग मारे गए।

हमले से पहले भी हुई थी ईरान के साथ तीनों संगठनों की बैठक
हिजबुल्ला ने एक बयान में कहा कि तीनों संगठनों के बीच समन्वय जारी रखने पर सहमति बनी है। हमने जीत हासिल करने पर भी चर्चा की है। ईरान इस ग्रुप को एक्सेस ऑफ रेजिस्टेंस कहता है। हिजबुल्ला ने कहा- एक्सेस ऑफ रेजिस्टेंस इजराइल के क्रूर हमले रोकने की प्लानिंग कर रहा है। हम एक दूसरे से फॉलो-अप ले रहे हैं। जंग की पूरी स्थिति पर भी बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। यरुशलम पोस्ट के मुताबिक, इजराइल पर हमले से पहले ईरान और तीनों संगठनों के लीडर्स की बैठक हुई थी। अमेरिकी मीडिया वॉल स्ट्रीट जर्नल ने हमास और हिजबुल्लाह के सीनियर अधिकारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि ईरान के सुरक्षा अधिकारियों ने इजराइल पर हमले की प्लानिंग में हमास की मदद की थी। इसके बाद उन्होंने 2 अक्टूबर को बेरूत में एक बैठक में हमले के लिए हरी झंडी दे दी थी।

इजराइल-हमास जंग में शामिल हिजबुल्लाह
हिजबुल्लाह के लीडर हसन नसरल्लाह ने बैठक के दौरान इजराइल की जवाबी कार्रवाई में मारे गए हिजबुल्लाह के लड़ाकों को 'शहीद' बताया। उन्होंने कहा कि हमास के हमले के एक दिन बाद यानी 8 अक्टूबर से हिजबुल्लाह इजराइल पर हमले कर रहा है। इसमें 40 लड़ाके शहीद हुए हैं। ईरानी मीडिया अल-मयादीन के मुताबिक हिजबुल्लाह के इस बयान से ये साफ होता है कि वो इजराइल-हमास जंग में शामिल है।

इन संगठनों को ईरान देता है फंडिंग
ईरान इन संगठनों के लड़ाकों को ट्रेनिंग के साथ-साथ पैसे भी मुहैया करता है। इनके बड़े नेता ईरान में रहते हैं। इन सभी के ईरानी सरकार से काफी करीबी संबंध हैं। अमेरिकी मीडिया वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के अधिकारी अगस्त 2023 से हमास के साथ मिलकर इजराइल पर 1973 के बाद जमीन, हवा और समुद्र के रास्ते अब तक के सबसे बड़े हमले की प्लानिंग कर रहे थे। 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमले के बाद ईरान में लोगों ने जश्न भी मनाया था। लोग आतिशबाजी करते नजर आए थे। ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई के एडवाइजर ने कहा कि हम फिलिस्तीन के इजराइल पर किए अटैक का समर्थन करते हैं।